Sambhaji Brigade: शिवसेना में बढ़ते विद्रोह और शिंदेसेना के भाजपा के साथ बढ़ते वजन को देखते हुए अब शिवसेना ने संभाजी ब्रिगेड के साथ सीधा गठबंधन कर लिया है। इससे क्षेत्रीय दल को किनारे करने की शिवसेना की कोशिश जारी रहेगी, वहीं दूसरी तरफ मराठा वोट बैंक भी अहम मुद्दा है। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या शिवसेना और संभाजी ब्रिगेड का गठबंधन राज्य की सियासत में कोई नया मोड़ लेता है या नहीं।
शिवसेना (Shiv Sena) और संभाजी ब्रिगेड के गठबंधन के बाद एक तस्वीर सामने आई है कि क्या राज्य की राजनीति को एक अलग दिशा मिलेगी। शिवसेना और संभाजी ब्रिगेड (Sambhaji Briged) के गठबंधन के बाद कुछ राजनीतिक नेताओं ने शिवसेना की स्थिति की तीखी आलोचना की है। कहा जा रहा है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि अब कोई विकल्प नहीं बचा है।

Sambhaji Brigade: गठबंधन पर राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय
इन सबके बावजूद मराठा समुदाय के नेता पुरुषोत्तम खेडकर (Purushottam Khedekar) ने हालांकि गठबंधन का स्वागत किया है। यह गठबंधन दोनों पार्टियों की राजनीतिक जरूरत को देखते हुए बनाया गया है। इसके अलावा, यह भविष्यवाणी की जा रही है कि इससे मराठा वोट को एक स्थान पर रहने में भी मदद मिलेगी। इसलिए, भले ही इस गठबंधन पर राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय है, फिर भी पुरुषोत्तम खेडकर ने स्वागत और सलाह दी है। साथ ही उन्होंने कहा है कि भविष्य में कोई मतभेद होने पर भी उन्हें समय और परिस्थिति के अनुसार बदल दिया जाएगा।
शिवसेना और संभाजी ब्रिगेड के बीच गठबंधन एक राजनीतिक आवश्यकता है। पुरुषोत्तम खेडकर ने राय व्यक्त की है कि पिछले ढाई महीने में राजनीतिक स्थिति को देखते हुए यह गठबंधन स्वागत योग्य है। इसके अलावा, यह निश्चित रूप से मराठा वोटों को सेना की ओर स्थानांतरित करने में मदद करेगा। हालांकि, प्रत्येक समूह को कम से कम एक ही कार्यक्रम को लागू करने की आवश्यकता है। खेडकर ने उम्मीद जताई है कि संभाजी ब्रिगेड इसमें अहम भूमिका निभाएगी।
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