China Taiwan Tension: चीन और ताइवान के बीच तनाव अब चरम पर है। चीन ने ताइवान को निशाना बनाकर करीब 11 मिसाइलें दागी हैं। लेकिन बैलिस्टिक मिसाइलें ताइवान की जगह जापान की सीमा में गिर गईं। इसके बाद जापानी रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने कहा कि चीन के बैलिस्टिक मिसाइलें पहली बार जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में गिरी हैं। यह ऐसे समय में आया है जब चीन अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के जवाब में विस्तृत सैन्य अभ्यास कर रहा है। जापान के सबसे दक्षिणी द्वीप क्षेत्र ओकिनावा के कुछ हिस्से ताइवान के करीब हैं। जापान ने चीन के इस करतूत पर विरोध दर्ज कराया है। EEZ जापान के समुद्र तट से 200 समुद्री मील की दूरी तक फैला हुआ है, जो इसके क्षेत्रीय जल की सीमा से परे है।

‘चीन से नहीं डरता है अमेरिका’
बता दें कि चीन अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास कर रहा है। चीन हमेशा से ताइवान पर अपना दावा करता रहा है और इस पर कब्जा करने की बात भी कह चुका है। लेकिन इस बार की मिलिट्री एक्सरसाइज की शुरुआत नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद हुई है। नैंसी पेलोसी के मंगलवार को ताइपे पहुंची थीं। बुधवार को ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन के साथ उन्होंने संसद का दौरा किया और अपने संबोधन में साफ कर दिया कि अमेरिका चीन से डरता नहीं है।

China Taiwan Tension: चीन ने सेना को हाई अलर्ट पर रखा
जिसके बाद से चीन का ताइवान के प्रति रवैया आक्रामक हो गया है। ताइवान के आसपास बढ़ती सैन्य गतिविधि को भी देश को डराने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले, जब अमेरिका ने पेलोसी की ताइवान यात्रा की घोषणा की, तो चीन ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रख दिया। चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को चेतावनी दी थी, “अमेरिका लगातार ‘वन चाइना’ सिद्धांत को विकृत, अस्पष्ट और खोखला करता है। आग से खेलने जैसे ये कदम बेहद खतरनाक हैं। जो लोग आग से खेलते हैं वे नष्ट हो जाएंगे।
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