कर्नाटक में 10वीं फेल और एक कोरियर एजेंसी के साथ काम करने वाले एक 25 साल के युवक ने ई-कॉमर्स साइट अमेजॉन को को 1.3 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। हालांकि पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 25 लाख के प्रोडक्ट बरामद किए है।

बता दें कि, 8 मार्च को ऐमजॉन के सीनियर मैनेजर नवीन कुमार ने बसवनहल्ली थाने में दर्शन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने कंपनी को 1.3 करोड़ रुपये की चपत लगाई है।

दरअसल, दर्शन उर्फ ध्रुव नाम का युवक कार्ड भुगतान में ई-कॉमर्स द्वारा दिए गए एक टैब के जरिए हेराफेरी किया करता था। वह अपने दोस्तों से महंगे उत्पादों का ऑर्डर करने को कहा करता था और बिना पैसे दिए खुद उनकी डिलीवरी करता था।

पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 25 लाख के उत्पाद सीज किए गए हैं। जिसमें 21 स्मार्टफोन, एक लैपटॉप, एक आईपॉड और एक एप्पल की घड़ी शामिल है। उनके पास से चार बाइक भी सीज की गई हैं।

पुलिस का कहना है कि इस फ्रॉड का पता सितंबर 2017 से फरवरी 2018 के बीच चला। इस अवधि के दौरान अमेजॉन को चिक्कामगलुरु शहर से 4,604 उत्पादों के ऑर्डर मिले। इन सभी उत्पादों को दर्शन ने डिलिवरी किया था जोकि एकदंत कुरियर कंपनी के साथ काम करता है। एकदंत के साथ अमेजॉन ने उत्पादों की डिलीवरी और पेमेंट कलेक्शन करने के लिए समझौता किया हुआ है। जहां कार्यप्रणाली पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, वहीं पुलिस का कहना है कि दर्शन ने कार्ड पेमेंट सिस्टम के साथ छेड़छाड़ की थी।

एसपी के. अन्नामलाई ने बताया कि दर्शन ने कार्ड स्वाइप करते समय हेराफेरी की हुई थी जिसकी वजह से झूठी पेमेंट का अलर्ट मिलता था। यानी पेमेंट होती नहीं थी लेकिन पेमेंट होने का मैसेज मिल जाता था। अमेजॉन के अधिकारियों को इस धोखे का पता फरवरी में तिमाही लेखापरीक्षा के दौरान चला। जिसके बाद उन्होंने बसवनहाली पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने हमने दर्शन सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है। दो फिलहाल फरार हैं।

अमेजॉन ने दर्शन को एक डिजिटल टैब दिया था जिसके जरिए वह ग्राहकों से पैसे लेता और डिलीवरी से संबंधित जानकारी दिया करता था। इस मशीन में कार्ड स्वाइप करने की यूनिट थी। पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है कि कैसे दर्शन कार्ड से पेमेंट लेता था और फिर कैसे उसे अमेजॉन के अकाउंट से वापस ले लेता था।

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