Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक हालात को संभालने के लिए सरकार का गठन होना शुरू हो गया है। गुरुवार को रानिल विक्रमसिंघे को नया राष्ट्रपति घोषित कर दिया गया था जिसके बाद अब नए प्रधानमंत्री का ऐलान भी किया जा चुका है। दरअसल, दिनेश गुणावर्धने को श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को दिनेश गुणावर्धने ने इस पद की गोपनीयता की शपथ ली और प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला।
Sri Lanka Crisis: राजपक्षे गोटाबाया के समय में थे मंत्री
वरिष्ठ नेता दिनेश गुणवर्धने को शुक्रवार को श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। आपको बता दें, राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को अपने नए मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई। गुणवर्धने, पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान गृह मंत्री के पद पर मौजूद थे। वह विदेश मंत्री और शिक्षा मंत्री के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वह वामपंथी महाजन एकथ पेरामुना (MEP) पार्टी के नेता हैं। इन्होंने अगस्त 1973 में महाजन एकथ पेरामुना (MEP) की केंद्रीय समिति में नियुक्त किया गया था और 1974 में एमईपी के महासचिव बन गए।
Sri Lanka Crisis: रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के आठवें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली
रानिल विक्रमसिंघे के राष्ट्रपति बनने के बाद श्रीलंका के प्रधानमंत्री का पद खाली हो गया था। छह बार प्रधानमंत्री रह चुके विक्रमसिंघे ने गुरुवार को श्रीलंका के आठवें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद सभी दलों से मिलकर काम करने और देश के सामने आ रहे अभूतपूर्व आर्थिक संकट को दूर करने का आह्वान किया।
बताया जा रहा है संसद सत्र के शुरू होने पर सरकार पर सहमति बनने तक पिछला मंत्रिमंडल काम करता रहेगा और इसके बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। विक्रमसिंघे सर्वदलीय सरकार का गठन करेंगे। विक्रमसिंघे के राष्ट्रपति बनने के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि नकदी संकट से जूझ रहे श्रीलंका के वास्ते राहत सौदे के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ चल रही वार्ता को निरंतरता मिलेगी।
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