वैसे तो पूरी दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष किसी भी सम्मेलन में सूटबूट पहन कर आते हैं लेकिन पीएम मोदी की बात ही अलग है। उनका अंदाज हमेशा से ही अन्य लोगों से जुदा रहता है। चाहे वो वेशभूषा के मामले में हो या मुलाकात के मामले में। वैसे पीएम मोदी खादी के हमेशा से ही बहुत बड़े प्रशंसक रहे हैं। उऩकी सरकार ने खादी को बढ़ावा देने का भी काम किया। पीएम खादी पहनने के भी शौकीन है। ऐसे में अब खबर आ रही है कि मोदी के वेशभूषा में अब थोड़ा बदलाव होने वाला है। पीएम मोदी के लिए चीड़ के पेड़ के रेशे से जैकेट बनाई जाएगी. इस जैकेट को केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा खुद पीएम को तोहफे में देंगे।
इस जैकेट को ‘नमोवस्त्र’ नाम दिया गया है। इसको लेकर उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ये साबित हो गया है कि चीड़ के रेशे का इस्तेमाल कपड़ा बनाने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ों के लिए ये एक बड़े कपड़ा उद्योग को विकसित कर सकता है, जो कि भविष्य में राज्य से पलायन को रोकने में कारगार साबित होगा।
वहीं अजय टम्टा के मुताबिक, साल भर पहले ही चीड़ की लकड़ी के रेशे को निकालना शुरू कर दिया था। जिससे अब कपड़े बनाए जाएंगे। इन रेशों को फैब्रिक के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, अभी इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। वैसे उत्तराखंड राज्य का ज्यादा हिस्सा जंगल है। राज्य में करीब 16 फीसदी हिस्से में चीड़ के ही जंगल पाए जाते हैं। उत्तराखंड में चीड़ का पेड़ यहां एक त्योहार से भी जुड़ा हैं।