केंद्र की मोदी सरकार के फैसले से रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी को जबरदस्त फायदा मिला है। मोदी सरकार के फैसले का फायदा जियो को सीधे तौर पर मिला है। इस फैसले के चलते अभी तक घाटे में चल रही जियो ने पहली बार मुनाफा दर्ज किया है। जियो ने तीसरी तिमाही में जबरदस्त मुनाफा पेश किया है। सरकार के फैसले से जियो के तीन महीने में इतनी कमाई हुई कि कंपनी को 500 करोड़ का मुनाफा हुआ है।

आपको बता दें कि जियो को जिस फैसले से फायदा मिला, वह अक्टूबर 2017 में ट्राई ने लिया था।  इस फैसले का टेलिकॉम कंपनियों में सबसे ज्यादा फायदा जियो को मिला। ट्राई ने अक्टूबर 2017 में इंटरकनेक्शन यूसेज चार्ज (आईयूसी) में 57% की कटौती की थी। इसके चलते जियो को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 1058 करोड़ रुपए की बचत हुई। जियो का ऑपरेटिंग प्राफिट 90% बढ़ गया। वहीं, पिछले क्वार्टर यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी को 271 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।

जियो ने शुरुआत से ही फ्री डाटा और वॉयस कॉल की सुविधा दी। इससे इंडस्ट्री में मौजूद दूसरी कंपनियों को भी अपना बेस बचाए रखना था। जिसके बाद डाटा वॉर शुरू हुआ। जियो की एंट्री से दूसरी टेलिकॉम कंपनियों के ऑपरेटिंग मार्जिन पर दबाव बना। कंपनियों ने डाटा वॉर में लगातार खर्च बढ़ाया, लेकिन उनका मुनाफा घटता गया। कंपनियों ने डाटा स्पीड बेहतर करने और वर्चुअल नेटवर्क प्लेटफॉर्म को मजबूत बनाने का काम शुरू किया, जिससे उनका खर्च लगातार बढ़ा।

ट्राई के IUC वाले फैसले से जहां जियो को फायदा हुआ वहीं दूसरी तरफ  एयरटेल, आइडिया, वोडाफोन जैसी दूसरी टेलिकॉम कंपनियों को बड़ा नुकसान हुआ। अक्टूबर तक जियो को आईयूसी चार्ज के तौर पर मोटी रकम चुकानी पड़ती थी। जिसका फायदा दूसरी टेलिकॉम कंपनियों को मिलता था। लेकिन, IUC घटने से बाकी कंपनियों को नुकसान हुआ। कंपनियां पहले से जियो इफेक्ट से प्रभावित थीं। उनकी कमाई में लगातार घट रही थी। ऐसे में आईयूसी कम होने से जियो को छोड़कर दूसरी सभी कंपनियों को तगड़ा झटका लगा।

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