प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार (6 दिसंबर) को 8 हज़ार करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में एक और पूरक चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में कुछ और लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।

हालांकि सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने पर पटियाला हाउस कोर्ट ने ED पर नाराज़गी जाताई । कोर्ट ने कहा कि आप सिर्फ सप्लीमेंट्री चार्जशीट ही दखिल करोगे या मामले का ट्रायल भी शुरू होगा। कोर्ट ने पिक एंड चूज की नीति नहीं अपनाने की भी एजेंसी को सलाह दी। पटियाला हाउस कोर्ट अब 5 फरवरी को इस मामले में संज्ञान लेगा। आरोप पत्र में मीसा के अलावा उनके पति शैलेश कुमार और अन्य के नाम भी शामिल हैं। कोर्ट ने अधूरी चार्जशीट दाखिल करने पर भी ED को फटकार लगाई।

गौरतलब है कि ईडी ने इससे पहले आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की सांसद बेटी मीसा भारती और उनके पति की संपत्ति को जब्त किया था और धनशोधन निरोधक अधिनियम (PMLA) के तहत भारती के चार्टर्ड एकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी जांच के सिलसिले में सितंबर 2017 में दिल्ली स्थित मीसा के एक फार्महाउस को कब्ज़े में लेकर कुर्क कर लिया था। दक्षिण दिल्ली के बिजवासन इलाके के 26, पालम फार्म्स पते पर स्थित फार्महाउस PMLA के तहत अस्थायी रूप से कुर्क किया गया था। केंद्रीय जांच एजेंसी का कहना था कि फार्महाउस मीसा और उनके पति शैलेश कुमार का है और ‘मेसर्स मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है। इसे धनशोधन में शामिल 1.2 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर 2008-09 में खरीदा गया था। कहा गया कि उसी वक्त चार शैल कंपनियों के जरिए 1 करोड़ 20 लाख रुपये आए थे। इसी पैसे से यह खरीदारी की गई। लालू यादव उस वक्त रेलमंत्री थे। इस मामले में लालू प्रसाद यादव भी जांच के घेरे में आए हैं। CBI और ED इस मामले में जांच कर रही है।

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