Gautam Adani Birthday:आज के दौर में दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी को कौन नहीं जानता। 24 जून 1962 को जन्मे गौतम अडानी आज 60 साल के हो गए हैं। साथ ही यह साल अडानी के पिता शांतिलाल अडानी की 100वीं जयंती का साल भी है। अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने अडानी फाउंडेशन के जरिए 60 हजार करोड़ रुपये दान देने का फैसला किया है। ये रुपये हेल्थ केयर, एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट में इस्तेमाल किए जाएंगे।

क्या कहा गौतम अडानी ने?
इसका ऐलान गौतम अडानी ने अपने सोशल मीडिया के जरिए किया है। गौतम अडानी ने ट्वीट किया कि देशभर में हेल्थ केयर, एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ाने में योगदान करने का मौका मिला है, इससे खुश हूं। मेरे 60वें जन्मदिन के अलावा, यह साल हमारे प्रेरक पिता शांतिलाल अडानी की 100वीं जयंती का भी है।
यह उस योगदान को और अधिक महत्व देता है जो हम एक परिवार के रूप में दे रहे हैं। अच्छाई के साथ विकास की दिशा में अडानी फाउंडेशन के साथ मिलकर बदलाव लाने का जुनून रखते हैं। 60 हजार करोड़ रुपये का दान हमारे ‘ग्रोथ विथ गुडनेस’ की सोच को पूरा करने करने की दिशा में एक कदम है।
गौतम अडानी का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में 24 जून 1962 को हुआ था। अडानी के छह भाई-बहन थे। अडानी का परिवार अहमदाबाद के पोल इलाके की शेठ चॉल में रहता था। गौतम अडानी का कारोबारी सफर तब शुरू हुआ, जब वह गुजरात यूनिवर्सिटी से बीकॉम पूरा किए बिना मुंबई आ गए।
उन्होंने डायमंड सॉर्टर के तौर पर शुरुआत की और कुछ ही सालों में मुंबई के झवेरी बाजार में खुद की डायमंड ब्रोकरेज फर्म शुरू कर दी। इसके बाद मुंबई में कुछ साल बिताने के बाद वह अपने भाई की प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने के लिए वापस अहमदाबाद आ गए। यहां गौतम ने पीवीसी यानी पॉलिविनाइल क्लोराइड का इंपोर्ट शुरू करने का फैसला किया और ग्लोबल ट्रेडिंग में एंट्री की।प्लास्टिक बनाने में पीवीसी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है।

गौतम अडानी यूं ही अमीर शख्स नहीं बन गए, इसके लिए उन्होंने खूब संघर्ष भी किया और जिंदगी में कुछ बातों पर हर हाल में अमल किया। आइए जानते हैं गौतम अडानी से जुड़ी कुछ खास बातें:-
- – अडानी हमेशा अपने परिवार के साथ ही लंच करते हैं
- – अहमदाबाद गुजरात को अपना परिवार जैसा मानते हैं
- – मुंबई हमलों में मौत के मुंह से बचकर निकले थे अडानी। 26 नवंबर 2008 को वह मुंबई के ताज होटल में डिनर करने गए थे, जब उन पर आतंकियों ने हमला कर दिया। आतंकियों ने 160 लोगों को मार दिया, लेकिन अडानी बचने में कामयाब रहे।

अडानी ने बताया था कि उनके साथ करीब 100 लोग थे और सभी जिंदगी के लिए दुआ कर रहे थे। कुछ लोग सोफे के नीचे छुपे थे, तो कुछ इधर-उधर। उसी वक्त अडानी अहदाबाद में अपने परिवार से भी बात कर रहे थे। साथ ही वह अपने ड्राइवर और कमांडो से भी बात कर रहे थे, जो होटल के बाहर कार में थे। अडानी ने 26 नवंबर की पूरी रात बेसमेंट में ही गुजारी। गुरुवार को सुबह सुरक्षा बलों ने सुबह करीब 8.45 बजे उन्हें बाहर निकाला। 27 नवंबर को अपने प्राइवेट एयरक्राफ्ट से अहमदाबाद एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद उन्होंने कहा था कि मैंने 15 फुट की दूरी से मौत को देखा है।
कॉलेज छोड़ा और बन गए कारोबारी
अडानी ने कॉलेज के दौरान ही पढ़ाई छोड़ दी थी हीरों के व्यापारी के तौर पर करियर शुरू किया था। हीरों का काम अच्छा चल निकला, तो वह 1981 में अहमदाबाद आए, जहां उन्होंने अपने चचेरे भाई के पॉली विनाइल क्लोराइड की फर्म को शुरू करने में मदद की। 1988 में उन्होंने अडानी एक्सपोर्ट के तहत एक कमोडिटीज ट्रेडिंग वेंचर शुरू किया था। वह इतने सफल थे कि हर रोज खबरों की सुर्खियों में छाए रहते थे।
1990 के दौरान उनकी सफलता ने सबका ध्यान खींचना शुरू कर दिया, अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोगों का।

साल 1988 में की अडानी ग्रुप की शुरुआत
अडानी ग्रुप की पीवीसी इंपोर्ट में ग्रोथ होती रही और 1988 में अडानी ग्रुप पावर और एग्री कमोडिटी आधिकारिक तौर पर स्थापित हो गया। 1991 में हुए आर्थिक सुधारों की बदौलत अडानी का बिजनेस जल्द ही डायवर्सिफाई हुआ और वह एक मल्टीनेशनल बिजनेसमैन बन गए। 1995 गौतम अडानी के लिए बेहद सफल साबित हुआ, जब उनकी कंपनी को मुंद्रा पोर्ट के संचालन का कॉन्ट्रैक्ट मिला। गौतम अडानी ने अपने कारोबार में डायवर्सिफिकेशन को जारी रखा और 1996 में अडानी पावर लिमिटेड अस्तित्व में आई। 10 साल बाद कंपनी पावर जनरेशन बिजनेस में भी उतरी।

अडानी फाउंडेशन 40 लाख बच्चों की करता है मदद
गौतम अडानी का फाउंडेशन देश के 16 राज्यों में है। इन जगहों पर अडानी फाउंडेशन 2400 से भी अधिक गांवों की करीब 40 लाख से भी अधिक आबादी को गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा देता है। साथ ही जन स्वास्थ्य, स्वरोजगार और कुपोषण उन्मूलन का भी काम करता है। अडानी फाउंडेशन स्किल डेवलपमेंट के तहत 11 राज्यों के एक लाख लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग भी देता है। अपने 60वें जन्मदिन पर अडानी फाउंडेशन ने सामाजिक कार्यों के लिए 60,000 करोड़ रुपये का दान देने का फैसला किया है।
100 अरब डॉलर से अधिक का मार्केट कैप
टाटा ग्रुप (Tata Group) और रिलायंस के बाद अडानी ग्रुप 100 अरब डॉलर से अधिक का मार्केट कैप हासिल करने वाला देश का तीसरा कारोबारी घराना है। अडानी का कारोबार माइंस, पोर्ट्स, पावर प्लांट्स, एयरपोर्ट्स, डेटा सेंटर्स और डिफेंस सेक्टर तक फैला है। इस वक्त अडानी ग्रुप की 7 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हैं, जो निवेशकों की खूब कमाई करा रही हैं।
संबंधित खबरें :
- Gautam Adani ने की बड़ी डील, इस कंपनी के साथ मिलकर बनाएगी रोबोटिक ड्रोन
- Adani Group ने खरीदा अंबुजा सीमेंट और ACC , भारत की Infrastructure And Material Sector की अब तक की सबसे बड़ी डील
- एशिया के सबसे अमीर आदमी बने Gautam Adani, यें हैं Top 10 World’s Richest Man