Google Chrome: हम सभी Google Chrome और Mozilla तो यूज करते ही हैं। रोजाना बेफ्रिकी से सभी इस एप को यूज करते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आपको इन एप को यूज करते हुए प्राइवेसी रिलेटेड प्रॉब्लम हो सकती है? नहीं न! लेकिन ऐसी एक खबर सामने आई है। भारत की सरकारी एजेंसी ने इसे लेकर चेतवानी दी है। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने Chrome के साथ कुछ Mozilla के प्रोडक्ट्स को लेकर भी चेतावनी जारी की है।
CERT-In ने बताया है कि Chrome और Mozilla के कुछ प्रोडक्ट्स में खामी की वजह से हैकर्स को यूजर्स का डेटा एक्सेस मिल सकता है। इसकी वजह से वो सभी सिक्योरिटी मैकेनिज्म को बायपास कर सकते हैं और आर्बिटरी कोड एग्जीक्यूट कर सकते हैं।
CERT-In ने इन खामियों को हाई-रिस्क मार्क किया है। इसमें क्रोम ओएस वर्जन 96.0.4664.209 से पहले के वर्जन शामिल हैं। टेक जायंट गूगल ने बताया कि उसने इन सभी खामियों का पता लगा कर उसे ठीक कर दिया है।
Google Chrome: यूजर्स करें Chrome का लेटेस्ट वर्जन डाउनलोड
कंपनी ने अपने यूजर्स को Chrome OS वर्जन को डाउनलोड करने के लिए कहा है। ताकि वो इस बग्स से सेफ रह सके। बता दें कि CERT-In ने Mozilla Firefox iOS वर्जन 101 से पहले, Mozilla Firefox Thunderbird वर्जन 91.10 से पहले, Mozilla Firefox ESR वर्जन 91.10 से पहले, Mozilla Firefox 101 से पहले भी इनकी कमियों के बारे में चेतावनी दी है।
Mozilla ने अपनी इन खामियों को हाई रेट किया है। इन खामियों कि वजह से रिमोट अटैकर्स सिक्योरियी रिस्ट्रिक्शन को बायपास कर सकते है। इसके अलावा वो सेंसिटिव इंफोर्मेशन लेकर, आर्बिटरी कोड एग्जीक्यूट कर सकते हैं। हैकर्स टारगेटेड सिस्टम पर अटैक भी कर सकते हैं।
Mozilla ने इसे लेकर अपडेट भी जारी किया है। यूजर्स को इस प्रॉब्लम से बचने के लिए Mozilla Firefox iOS 101, Mozilla Firefox Thunderbird 91.10, Mozilla Firefox ESR 91.10, Mozilla Firefox 101 को डाउनलोड करने की सलाह दी है।
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