West Bengal: पश्चिम बंगाल में आज हुई कैबिनेट बैठक में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री को चांसलर बनाने को फैसले को मंजूरी मिल गई है। अब जल्द ही ममता बनर्जी राज्य के विश्वविद्यालयों की चांसलर बन जाएंगी। इस मुद्दे को लेकर जल्द बंगाल विधानसभा में संशोधन बिल पास किया जाएगा।
West Bengal: फैसले का मुख्य कारण है सीएम मामता और राज्यपाल के बीच मतभेद
कुछ समय से बंगाल की सीएम ममता और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच चांसलरों की नियुक्तियों को लेकर खींचतान चल रही है। बंगाल की ममता सरकार ने आरोप लगाया था कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य सरकार की सहमति के बिना कई चांसलरों की नियुक्ति कर दी थी। इसलिए राज्यपाल की शक्तियां कम करने के लिए ममता सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया है।
चूंकि केंद्र सरकार भाजपा और बंगाल में टीएमसी की सरकार है इसलिए दोनों सरकारों के बीच अक्सर आपसी मतभेद बना रहता है। ममता सरकार केंद्र के कई फैसले पर आए दिन अपनी असहमति दर्ज कराती ही रहती हैं और बंगाल में भाजपा और टीएमसी की राजनैतिक लड़ाई किसी से छुपी नहीं है।
गौरतलब है कि हाल ही में सीएम ममता बनर्जी को कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया था।
West Bengal:सीएम ममता ने राज्यपाल पर लगाए गंभीर आरोप
इस साल जनवरी में सीएम ममता ने गवर्नर जगदीप धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया था। ममता ने कहा था कि वो बंगाल के गवर्नर के ट्वीट से परेशान हो गई है जिसके बाद उन्होंने जगदीप धनखड़ को ब्लॉक कर दिया। इस दौरान ममता ने राज्यपाल धनखड़ पर कई आरोप भी लगाए थे।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़, चीफ सेक्रेटरी और पुलिस महानिदेशक को धमकी दे रहे थे। ममता ने कहा था कि उन्होंने गर्वनर जगदीप धनखड़ के बारे में पीएम को कई पत्र लिखे कि वह नहीं सुन रहे हैं। उन्होंने कहा था कि धनखड़ कई फाइलों को मंजूरी नहीं देते हैं।
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