भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान माना जाता है, और ये क्रिकेट के भगवान वनडे मैचों में 10 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरते थे। सचिन 10 नंबर की जर्सी पहनकर सामने वाली टीम के छक्के छुड़ाते थे। अब सचिन की 10 नंबर की जर्सी को कोई खिलाड़ी नहीं पहन सकता है।
BCCI ने खिलाड़ियों की सहमति के बाद यह फैसला लिया है कि आगे से भारतीय क्रिकेट टीम के किसी खिलाड़ी को 10 नंबर की जर्सी नहीं दी जाएगी। हालांकि इसे अनौपचारिक फैसला बताया गया है। BCCI चाहता है कि 10 नंबर की जर्सी सिर्फ सचिन के नाम रहे और यह उनको खिलाड़ियों और बोर्ड की ओर से दिए गए सम्मान का एक प्रतीक बना रहे।
साल 2013 में सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने आखिरी बार मार्च 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच में 10 नंबर की जर्सी को पहना था। उसके बाद 5 साल तक किसी ने इस नंबर की जर्सी का इस्तेमाल नहीं किया।
इसी साल अगस्त में जब श्रीलंका के खिलाफ तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने 10 नंबर की जर्सी पहनी तो खेलप्रेमियों ने उनका कड़ा विरोध किया। सोशल मीडिया पर ठाकुर को ट्रोल किया जाने लगा और उनपर सचिन बनने की कोशिश के आरोप भी लगाए गए।
यही वजह है कि BCCI ने किसी तरह के विवाद से बचने के लिए ये फैसला लिया है। BCCI का मानना है कि विवाद से क्रिकेटर को भी आलोचना झेलने पड़ेगी और उसका प्रदर्शन भी प्रभावित हो सकता है। इसी के चलते अब 10 नंबर की जर्सी को रिटायर किया गया है। हालांकि इंडिया ए या फिर किसी घरेलू मैच में खिलाड़ियों को 10 नंबर की जर्सी पहनने की छूट दी गई है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी भारतीय अब 10 नंबर की जर्सी पहने मैदान पर नहीं दिखेगा।