गुजरात विधानसभा चुनाव में सियासी सरगर्मियां और बढ़ गई है। लंबी खींचतान और कई दौर की बैठकों के बाद हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को समर्थन का ऐलान कर दिया है। ये खबर जहां एक तरफ कांग्रेस के लिए राहत लेकर आई है तो बीजेपी के लिए ये एलान किसी सिर दर्द से कम नहीं है।
कांग्रेस के समर्थन के साथ ही ये खबर भी आ रही है कि पाटीदार आंदोलन समिति (PAAS) के कई नेता कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों की मानें तो पाटीदार समिति के 8 से 10 नेता कांग्रेस की टिकट पर गुजरात में चुनाव लड़ेंगे।
बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल से बातचीत के बाद ललित वसोया ने पाटीदार आंदोलन समिति के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद ललित कांग्रेस के टिकट पर धोराजी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि, अभी पूरी तरह से साफ नहीं है कि हार्दिक पटेल ने किन-किन शर्तों पर कांग्रेस के समर्थन का एलान किया है। एक PAAS नेता ने बताया था कि उनकी तरफ से ऐसी जगहों की टिकट मांगी गई, जहां पर पाटीदार जनसंख्या ज्यादा है, इसमें अहमदाबाद, उत्तरी गुजरात, सौराष्ट्र शामिल हैं।
गुजरात चुनाव में कांग्रेस के लिए हार्दिक का ये औपचारिक ऐलान मनोवैज्ञानिक बढ़त माना जा रहा है। हालांकि ये ऐलान हार्दिक पटेल ने खुद सामने आकर नहीं किया है लेकिन PAAS के संयोजक ललित वसोया ने पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस से चुनाव लड़ने की बात कही है। गुजरात में चुनाव के लिए वोटिंग की तारीख 9 और 14 दिसंबर रखी गई है और मतगणना 18 दिसंबर को होनी है।
आपको बता दें कि कांग्रेस से नाराज पाटीदार नेताओं ने सीटों के चयन के लिए कांग्रेस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था।