कल गुजरात में बीजेपी उम्मीदवारों पहली लिस्ट जारी की गई थी। इसमें 70 प्रत्याशियों के नाम थे। लेकिन जिनके नाम इस लिस्ट में नहीं हैं, अब वो विद्रोह पर उतर आए हैं। इन नेताओं की नाराजगी का आलम ये रहा कि उन्होंने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघानी को तत्काल प्रभाव से अपने इस्तीफे तक सौंप दिए। जिसके बाद नाराज पार्टी नेताओं को मनाने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को मोर्चा संभालना पड़ा।
बता दें कि सूची आनी के बाद भरूच जिला पंचायत के सदस्य वल्लभ पटेल ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वाले वल्लभ पटेल ईश्वर पटेल के सगे भाई हैं। वल्लभ पटेल ने अंकलेश्वर सीट से टिकट मांगा था। इसके साथ दशरथ पोवार ने जिला बीजेपी महामंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वडोदरा में दिनेश पटेल को टिकट दिए जाने से भी नेता नाराज हैं। इसके साथ ही पादरी जिला पंचायत और तहसील पंचायत के नेता कमलेश पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। वडोदरा माहामंत्री चैतन्य सिंह झाला ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
वहीं पिछले दिनों ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए भोलाभाई गोहिल भी नाराज नजर आ रहे हैं। उन्होंने जसदण सीट से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उनपर भरोसा नहीं दिखाया जबकि वो इस सीट से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। इतना ही नहीं गोहिल ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने की हिम्मत जुटाई थी, लेकिन इस सीट से भरत बोगरा को टिकट दिया गया। बताया जा रहा है कि नाराज गोहिल शनिवार को जीतु वाघानी से मुलाकात कर अपनी बात रख सकते हैं।
इसको देखते हुए अमित शाह शुक्रवार देर रात तक गुजरात भाजपा कार्यालय में मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस दौरान वह डैमेज कंट्रोल की हर मुमिकन कोशिश करते दिखे। हालांकि, उनकी कोशिश क्या रंग लाएगी, ये अभी साफ नहीं हो पाया है।