बेटे जय शाह पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि जय की कंपनी में किसी भी तरह की वित्तिय अनियमितता या भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। शाह ने कहा कि जय की कंपनी पूर्णतया कमोडिटीज एक्सचेंज की कंपनी है, जो चावल, मक्का और धनिया का आयात-निर्यात करती रहती है। इसलिए इस व्यवसाय में टर्नओवर काफी ऊंचा रहता है।
शाह ने कहा जो लोग 80 करोड़ के टर्नओवर का आरोप लगाने वाले ये नहीं बता पा रहे कि कंपनी को कितने का मुनाफा हुआ हुआ, जबकि टर्नओवर और मुनाफे में अंतर होता है। उन्होंने कहा कि 80 करोड़ का टर्नओवर होने के बावजूद जय की कंपनी को डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ है।
वहीं अनसिक्योर्ड लोन और लेटर ऑफ क्रेडिट के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि जय की कंपनी ने किसी भी बैंक से कोई लोन नहीं लिया। उसे लेटर ऑफ क्रेडिट मिला लेकिन इस शर्त पर कि उसका सौ फीसदी देकर ही माल उठाना है।
शाह ने कहा कि जय की कंपनी ने सरकार के साथ कभी कोई कारोबार नहीं किया। उसने कोई सरकारी जमीन नहीं ली और न ही कोई ठेका लिया है। सारा लेनदेन बैंकों के माध्यम से चेक से हुआ, तो वित्तिय अनियमितता और भ्रष्टाचार का सवाल ही नहीं उठता।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि अगर कांग्रेस के पास कोई सबूत है तो वह उसे अदालत में पेश करे, ना कि बस मीडिया सनसनी बनाए। उन्होंने कहा जय शाह निर्दोष है इसलिए उसने तुरंत मानहानि का मुकदमा ठोका है। कांग्रेस पर 70 सालों से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन उन्होंने आज तक कभी कोई मानहानि का मुकदमा दर्ज नहीं कराया। वे नैतिक रूप से सही रहते तो ऐसा जरूर करते।