उत्तरप्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी बंपर बहुमत से सत्ता में आई कमान सौंपी गई प्रखर हिंदुत्ववादी चेहरे आदित्यनाथ योगी को। लेकिन राज्य के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा जी भी हिन्दुस्तान की प्राचीन धरोहर को श्रेष्ठ मानने में पीछे नहीं हैं। सूबे के उप मुख्यमंत्री ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि मुगल शासक लुटेरे थे, वो हमारे पूर्वज नहीं थे और अब यही इतिहास है और इसी को बच्चे पाठ्यक्रम में पढ़ेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि जिन मुगल शासकों ने अच्छा काम किया है, वो प्रशंसनीय हैं, किंतु हमारी संस्कृति विध्वंसक नहीं हो सकती। हमारे बच्चे सही इतिहास को जानें।
दिनेश शर्मा ने कहा कि इतिहास को भूलने से विकृति पैदा होती है। हम उन्हीं मुगल शासकों को लुटेरा मानते हैं जिन्होंने गलत काम किया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कुछ लोगों के नाम भी लिए। उन्होंने कहा कि बाबर और औरंगजेब लुटेरे थे जबकि शाहजहां ने मजदूरों के हाथ कटवा दिए थे। लेकिन बहादुर शाह जफर अच्छा इंसान था। उसने गौहत्या का विरोध किया था। साथ ही मंगल पांडे ने जब क्रांति की शुरुआत की तो बहादुर शाह जफर ने इसका समर्थन किया था।
सूबे के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अकबर ने जो अच्छे काम किए हैं, इतिहासकार उसे लोगों को बताएं। इतिहासकार तय करेंगे कि अकबर को कहां जगह मिलनी चाहिए। सरकार ऐसे लोगों को चुनेगी जो इतिहास पर दोबारा मंथन करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। ‘मैं खुद मंदिरों के अलावा मजार, गुरुद्वारे और गिरजाघर में भी जाता हूं’। उपमुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के बारे में बताया कि बहादुरशाह जफर अच्छे मुगल शासक थे, इसलिए मोदी जी म्यांमार में उनकी दरगाह पर गए थे।