प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 34वीं बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में तमाम राज्यों में आई बाढ़ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को नुकसान हुआ है और इसके लिए केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है। वहीं, पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में पांच साल का एजेंडा भी दिया। उन्होंने गंदगी, गरीबी, जातिवाद आदि का नारा दिया।
इसके अलावा पीएम मोदी ने जीएसटी को लेकर देश की जनता के सकारात्मक रूख को लेकर बात की। उन्होंने त्योहारों को आर्थिकी से जोड़ा, तो देश की बेटियों के क्रिकेट विश्वकप में शानदार प्रदर्शन की भी तारीफ की।
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इस साल भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल पूरे हो रहे हैं। अगस्त के महीने को क्रांति का माह भी कहा जाता है। पीएम मोदी ने ‘आतंकवाद भारत छोड़ो, जातिवाद भारत छोड़ो, भेदभाव भारत छोड़ो’ जैसे संकल्प दिलाए और कहा कि 9 अगस्त से न्यू इंडिया के लिए हमें इन संकल्पों की सिद्धि का महाअभियान चलाना है। ऐसा संकल्प लें, जिन्हें अगले 5 सालों में हम सिद्ध करके दिखाएं।
बता दें कि पीएम मोदी को सुझाव में लोगों ने 15 अगस्त पर छोटा सा भाषण देने को कहा है। मोदी ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि पिछले तीन साल से लगातार देश के हर कोने से मुझे सुझाव मिलते हैं कि मुझे क्या करना चाहिए। इस साल भी मैं कहता हूं कि मुझे सुझाव भेजें। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 15 अगस्त को 40-50 मिनट का छोटा भाषण देने की कोशिश होगी। इस दौरान पीएम मोदी ने बताया कि भारत छोड़ो का नारा डॉ. यूसुफ मेहर अली ने दिया था।
मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर किया गया। मन की बात कार्यक्रम के खत्म होने के तुरंत बाद अकाशवाणी पर क्षेत्रीय भाषाओं में भी सुनाया जाएगा। बता दें कि पिछली बार पीएम मोदी ने बारिश, शौचालय, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आदि जैसे विषयों पर बात की थी।