पीएम मोदी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के एक कार्यक्रम में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) को देश की अर्थव्यवस्था में मजबूत स्तंभ बताते हुए नोटबंदी के बाद उनके रोल पर भी सवाल खड़े किए हैं। पीएम मोदी अपने भाषण के दौरान चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को समझाते, चेतावनी देते और फिर सही रास्ते पर आने की हिदायत देते भी दिखे।
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने देश के आर्थिक विकास में चार्टर्ड अकाउंटेंट की महत्वपूर्ण भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि देश के लाखों चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) और लाख रजिस्टर्ड कंपनियां आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर है। आयकर विभाग ने पिछले महीने ही देश में रजिस्टर्ड 2 लाख कंपनियों को रिटर्न फाइल नहीं करने पर नोटिस जारी किया था।
मोदी ने कर चोरी में लगी कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। बता दें कि ऐसी 37,000 से अधिक कंपनियों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद एक लाख से अधिक कंपनियों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी के बाद आंकड़ों की तह में जाने से दिखा है कि तीन लाख से अधिक कंपनियां संदिग्ध लेन-देन में लिप्त थीं।
बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान मोदी कभी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की तारीफ करते नजर आए तो कभी उनपर व्यंग कसते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार्टर्ड अकाउंटेंटों से कहा कि यदि कालाधन रखने वाले किसी को जानते हों तो वे उन्हें आगाह करें, उन्हें नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का असर स्विटरजरलैंड के बैंकों के ताजा आंकड़ों से स्पष्ट झलक रहा है, वहां जमा भारतीयों का धन घटकर रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर पर आ गया है।
उन्होंने सीए समुदाय से अपील की कि वह अपने ग्राहकों को ईमानदारी के रास्ते पर लाएं। उन्होंने कहा कि एक भी गलत ऑडिट मासूम निवेशकों के जीवन को प्रभावित कर सकता है क्योंकि वे कंपनियों की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर ही पूंजी लगाने का फैसला करते हैं।
कार्यक्रम के अन्त में पीएम मोदी ने अकाउंटेंट्स को दुनिया में ऑडिट करने वाली बड़ी कंपनियों में शामिल होने की सीख दी। मोदी ने कहा कि “दुनिया में ऑडिट करने वाली चार बड़ी कंपनियों में हम कहीं नहीं हैं।जबकि हमारे पास यह क्षमता है, हमें यह संकल्प करना है कि 2022 तक बिग-4 को बिग-8 में बदल दें और ये चार कंपनियां हमारे देश की हों।