अमित शाह द्वारा महात्मा गांधी को चतुर बनिया कहने के बाद सभी हलकों में उनका विरोध हो रहा है। राजनीतिक पार्टियों के विरोध के बाद अब बौद्धिक वर्ग से भी आलोचना के स्वर उठने लगे हैं। इसी क्रम में अमेरिका के इलिनॉय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, जीवनीकार और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी ने भी शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि ‘ब्रिटिश शेरों‘ और देश में ‘सांप्रदायिक जहर वाले सांपों‘ पर जीत हासिल करने वाला शख्स ‘चतुर बनिया‘ से कहीं अधिक था।
पत्रकारों को सम्बोधित एक ई-मेल में राजमोहन गांधी ने कहा, “जिस व्यक्ति ने ब्रिटिश शेरों और सांप्रदायिक जहर वाले सांपों पर जीत हासिल की, वह चतुर बनिया से कहीं अधिक था।” राजमोहन गांधी ने कहा कि अगर गांधी जिन्दा होते तो उनका लक्ष्य अमित शाह जैसे लोगों के विपरीत आज निर्दोष और कमजोर लोगों का शिकार कर रही शक्तियों को पराजित करना होता। दरअसल, उनका इशारा भाजपा शसित राज्य मध्यप्रदेश में निर्दोष किसानों पर गोली चलाने वाली घटना की तरफ था।
महात्मा गांधी के एक अन्य पौत्र गोपालकृष्ण गांधी ने भी कहा कि गांधी अगर होते तो खुद को ‘चतुर बनिया’ बताए जाने को हंस कर टाल देते, परंतु यह टिप्पणी बहुत ही बेहूदा है और इसके पीछे भाजपा की गलत मंशा छिपी हुई है।
शाह के ‘चतुर बनिया’ वाले बयान की निंदा करते हुए विपक्षी पार्टियों ने आज मांग की है कि उन्हें देश से माफी मांगते हुए अपने अपमानजनक बयान को वापस लेना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि शाह की टिप्पणी गांधी, स्वतंत्रता सेनानियों और उनके बलिदान का अपमान है। राष्ट्रपिता के बारे में आपत्तिजनक बात कहना राजनीति की स्थापित मर्यादाओं के खिलाफ है। वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया था। उन्हें ‘चतुर बनिया’ कहना राष्ट्रपिता का अपमान है। त्रिवेदी ने कहा कि इसके साथ-साथ वणिक समुदाय का भी अपमान हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शाह से अपने बयान को वापस लेने और देश से माफी मांगने को कहा।
वहीं चारो तरफ आलोचना से घिरे होने के बावजूद अमित शाह ने अपने इस बयान को वापिस लेने और माफी मांगने से इंकार कर दिया है। रायपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है। उन्होंने कहा कि मैंने जिस सन्दर्भ में बात कि वह वहां उपस्थित सभी लोग जानते हैं। हालांकि शाह ने माफी मांगने से इंकार कर दिया। उन्होंने कांग्रेस की चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस को खुद गांधी के बहुत सारे सिद्धांतों का जवाब देना है।