आतंकवाद का डंस सिर्फ आम आदमी ही नहीं भुगतता बड़े-बड़े अधिकारी, नेता, राजनयिक आदि भी इससे पीड़ित रहते हैं सिर्फ इसलिए नहीं कि इनके ऊपर देश की जनता की जान की रखवाली करनी है बल्कि इसलिए भी कि इनको खुद की जान की रखवाली भी करनी होती है।
इसी तरह की एक खबर फिर आई है जहां काबुल में भारतीय राजदूत के रिहायशी कंपाउंड इंडिया हाउस में एक रॉकेट आ गिरा। हालांकि जानकारी के मुताबिक किसी के घायल होने की खबर नहीं है। यह घटना ऐसे वक्त हुई है जब काबुल में अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजित हो रही है जिसमें 27 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी शिरकत कर रहे हैं।
बता दें कि इंडिया हाउस बेहद सुरक्षित जगह माना जाता है। यहां भारी सुरक्षा रहती है और इसकी चारों तरफ से किलेबंदी रहती है। इसके पास में कई दूतावास हैं और पास में नाटो का स्थानीय हेडक्वार्टर भी है। दूतावास में ही राजदूत मनप्रीत वोहरा का सरकारी आवास भी है। हालांकि वो बिल्कुल सुरक्षित हैं। घटना के बाद सुरक्षा को और बढ़ा दिया गया है।
शनिवार को ही काबुल में तीन सीरियल बम विस्फोट हुए थे। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट आई हैं। पिछले करीब 15 दिनों से काबुल में आए दिन कोई न कोई आतंकी हमला हो रहा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने पिछले सप्ताह काबुल में ट्रक ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या दोगुनी बताई। उन्होंने कहा कि उसमें 150 लोग मारे गए। पिछले हफ्ते जर्मन दूतावास गेट पर हमला किया गया था जो कि भारतीय दूतावास के पास स्थित है। अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी NDS ने हमले के लिए हक्कानी नेटवर्क और पाकिस्तानी आईएसआई की तरफ इशारा किया था।