अपने 4 यूरोपीय देशों के दौरे पर मोदी अब रूस पहुंच चुके हैं। मोदी यहां सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम समिट में शामिल होंगे वहीं मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात करेंगे। आपको बता दें कि इस दौरान भारत और रूस के बीच कई करार हो सकते हैं। मोदी-पुतिन की मुलाकात के दौरान तमिलनाडु के कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट की अंतिम दो यूनिट बनाने के लिए रूस से समझौता हो सकता है। मोदी ने रूस पहुंचने की जानकारी ट्वीट करके दी। मोदी ने ट्वीट में कहा “ऐतिहासिक शहर सेंट पीटर्सबर्ग पहुंच गया हूं। इस दौरे से काफी उम्मीदें हैं। यहां आने का मकसद भारत-रूस रिलेशन को और मजबूत करना है।”
Reached the historic city of St. Petersburg. Looking forward to a fruitful visit aimed at cementing India-Russia relations. pic.twitter.com/0vZTiS0euh
— Narendra Modi (@narendramodi) May 31, 2017
वहीं मोदी के रूस पहुंचने पर भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि , “हम कुडनकुलम प्लांट की यूनिट 5 और 6 बनाने के लिए रूस की मदद चाहते हैं। इसके लिए एग्रीमेंट पर काम चल रहा है।” दरअसल कुडनकुलम में दो यूनिट्स को भारत की न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) और रूसी कंपनी एटमस्ट्रॉय एक्सपोर्ट द्वारा बनाया जाना है। जिसके लिए भारत रूस की मदद चाहता है। इसके अलावा भारत-रूस के बीच साइंस-टेक्नोलॉजी, रेलवे, कल्चरल एक्सचेंज समेत 12 करार होने के आसार हैं। इसके लिए मोदी-पुतिन ज्वाइंट स्टेटमेंट भी जारी करेंगे।
आपको बता दें कि 2015 में मोदी-पुतिन ने एक करार पर हस्ताक्षर किए थे। इसके मुताबिक दिसंबर 2016 में न्यूक्लियर यूनिट्स के लिए एक फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा। रूस में भारत के एम्बेसडर पंकज सरन ने कहा है कि “दोनों देश एक दूसरे पर भरोसा करते हैं। बीते 3 साल में मोदी-पुतिन के बीच अच्छी केमिस्ट्री बन चुकी है। दोनों लीडर्स की मुलाकात में रिलेशन मजबूत होंगे और आने वाले वक्त के विजन डॉक्युमेंट के ब्लूप्रिंट पर चर्चा होगी।” मोदी रूस में 1 और 2 जून को रहेंगे। इसके बाद पीएम मोदी फ्रांस जाएंगे।