केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मेट्रो हेरिटेज लाइन (केंद्रीय सचिवालय-कश्मीरी गेट) को मेट्रो भवन से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इसी के साथ दिल्ली के ऐतिहासिक स्थल अब मेट्रो नेटवर्क से जुड़ गए हैं। यह हेरिटेज लाइन पुरानी दिल्ली के लिए ज्यादा खास है क्यों कि इससे दिल्ली के लोगों को नेताजी सुभाष चंद्र मार्ग पर जाम से निजात मिल जाएगी।
आपको बता दें कि उद्घाटन के बाद अब आइटीओ-कश्मीरी गेट मेट्रो लाइन पर लोग इससे सफर कर सकेंगे। यह रेल कॉरीडोर 5.17 किलोमीटर लंबा है और इसके बाद मेट्रो का कुल नेटवर्क 218 किलामीटर हो जाएगा। हेरिटेज लाइन के नाम से पुकारे जाने वाले इस नए सेक्शन में दिल्ली गेट, जामा मस्जिद, लालकिला और कश्मीरी गेट को मिलाकर कुल चार स्टेशन हैं जोकि पूरी तरह अंडर ग्राउंड हैं।इस कॉरीडोर में काफी ऐतिहासिक महत्व के क्षेत्र हैं जिसकी वजह से डीएमआरसी ने इन स्टेशनों में बीते जमाने की भव्यता का प्रदर्शन करने वाले पैनल और कलात्मक प्रदर्शनी भी लगाई है।
उद्घाटन के दौरान केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के आला अधिकारी भी मौजूद थे। इस अनुभाग के कमिशनिंग के बाद केंद्रीय सचिवालय से कश्मीरी गेट अनुभाग का 9.37 किलीमीटर वाला पूरा हिस्सा ऑपरेशनल हो जाएगा और ये 43.40 किलोमीटर लंबे एस्कॉर्ट्स मुजेसर से कश्मीरी गेट वायलेट लाइन कॉरीडोर का हिस्सा बन जाएगा। इसी के बाद कश्मीरी गेट का स्टेशन भी दिल्ली मेट्रो प्रणाली की अब तक की सबसे बड़ी और ट्रिपल इंटरचेंज सुविधा वाला स्टेशन कहलाएगा यह मेट्रो नेटवर्क के वायलेट लाइन के साथ रेड और येलो लाइन यानी 3 कॉरीडोर को आपस में जोड़ देगा। इस कॉरीडोर में लालकिला और जामा मस्जिद स्टेशनों पर देश में अपने प्रकार के पहले ड्रीम गेट्स भी बनाए गए हैं जहां मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए भुगतान कर स्टेशनों में अंदर और बाहर जाया जा सकता है।
माना जा रहा है कि अब हेरिटेज लाइन के बाद दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) बॉटेनिकल गार्डन से कालकाजी मंदिर मेट्रो स्टेशन के बीच मेट्रो का परिचालन शुरू करने की तैयारी में है।