कुलभूषण जाधव को फांसी मिलने से भले इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) से अभी राहत मिल गई है लेकिन सभी भारतीय नागरिकों के दिल में केवल एक ही सवाल पनप रहा है कि क्या कुलभूषण पाकिस्तान की कैद में सुरक्षित हैं।
इस सवाल को दूर करते हुए भारत को राहत की सांस मिली है क्योंकि पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने स्पष्ट किया कि जब तक आईसीजे का अंतिम फैसला नहीं आता, तब तक कुलभूषण पाकिस्तान में सुरक्षित है। यह बात अब्दुल बासित ने तब स्पष्ट की जब भारत चिंता व्यक्त कर रहा था क्योंकि पाकिस्तान ने स्वास्थ्य या उनके स्थान के बारे में कोई सूचना नहीं दी थी। इसी के साथ भारतीय वकील हरीश साल्वे ने इस बात पर भी काफी जोर देते हुए आशंका जताई थी कि कहीं पाक आईसीजे का फैसला आने से पहले कुलभूषण को फांसी पर न लटका दे। लोगों का भी मानना था कि कहीं पाक ने कुलभूषण को चुपचाप, बिना गतिविधियों को व्यक्त करे फांसी न दे दी हो लेकिन अब यह सभी आशंकाएं दूर हो गई है।
बता दें, पाक मिलिट्री कोर्ट ने कुलभूषण जाधव को जासूसी और आतंकवाद को फैलाने के लिए दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। जिसके बाद भारत ने इस फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में अपील की थी। इन सबके बाद आईसीजे पाक द्वारा कुलभूषण को दिए गए फांसी के फैसले पर रोक लगा दी। अब्दूल बासित का कहना है कि पाक अंतरराष्ट्रीय कानूनों को लेकर प्रतिबद्ध है इसलिए पाक आईसीजे के अंतिम फैसला आने तक का इंतजार करेगी और कुलभूषण को सुरक्षित रखेगी। हालांकि बासित ने यह भी कहा कि कोई भी देश अपने देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों से समझौता नहीं कर सकता। बासित ने कहा, यह ध्यान रखना चाहिए कि जाधव को जासूसी और आतंकवाद फैलाने का दोषी पाया गया है। वह कोई साधारण नागरिक नहीं है, वह भारतीय नौसेना का अधिकारी है।