भारती वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बी एस धनोवा ने पद ग्रहण करने के बाद अपने सभी(12,000) अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर उनसे बेहद शॉर्ट नोटिस पर किसी भी अभियान के लिए तैयार रहने को कहा है। एक निजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सेना प्रमुख द्वारा 30 मार्च को लिखी गई यह व्यक्तिगत चिट्ठी सभी अधिकारियों को भेजी गई है। अपनी इस अभूतपूर्व चिट्ठी में धनोवा ने वायु सेना के पास संसाधनों की कमी व अधिकारियों द्वारा ‘पक्षपात‘ और ‘यौन शोषण‘ के बढ़ते मामलों पर भी चर्चा की है।
मार्शल के चिट्ठी में इन मुद्दों का है जिक्र
वायुसेना प्रमुख धनोवा ने अपने चिट्ठी में लिखा है कि अफसरों को मौजूदा हालात में वायुसेना द्वारा प्रदर्शित गैर पेशेवर रुख की ओर ध्यान केन्द्रित करते हुए नई तकनीक के साथ अपडेट रहना चाहिए। उन्होंने चिट्ठी के माध्यम से एयर फोर्स में मौजूदा संसाधनों के साथ-साथ पिछले कुछ वक्त में सेना के प्रदर्शन का भी जिक्र किया है। संभवत: माना जा रहा है कि धनोवा ने यह चिट्ठी पाकिस्तान की ओर से जारी सीजफायर उल्लंघन और घाटी में सैन्य कैंपों पर बढ़ते हमले को देखकर लिखा है। खबरों के मुताबिक वायुसेना को अपने पास 42 स्क्वाड्रन रखने हैं लेकिन सेना के पास वर्तमान समय में केवल 33 स्क्वाड्रन उपलब्ध हैं। इसी के साथ धनोवा ने विभाग में प्रमोशन और असाइनमेंट को लेकर किए जा रहे पक्षपात का भी इस चिट्ठी में जिक्र किया,उन्होंने लिखा है कि ’वरिष्ठ अधिकारियों के निंदनीय व्यवहार, शारीरिक प्रताड़ना और यौन शोषण जैसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने अफसरों को कहा है कि शॉर्ट नोटिस पर उन्हें कभी भी बुलाया जा सकता है।
1950 व 1986 में जारी की गई थी ऐसे चिट्ठी
इतिहास में ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी सेना प्रमुख ने सभी अफसरों को चिट्ठी लिखी हो। इसके पहले 1 मई 1950 को तत्कालीन थलसेना प्रमुख के एम करिअप्पा और 1 फरवरी 1986 को जलसेना प्रमुख सुंदरजी ने भी अधिकारियों को ऐसी चिट्ठी लिखी थी। लेकिन वायुसेना प्रमुख बीएस धनोवा द्वारा अपने अफसरों को लिखी गई यह पहली चिट्ठी है।