एक तरफ गृह मंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान को बार-बार कड़ी चेतावनी दे रहे हैं और दूसरी ओर पाकिस्तान उन चेतावनियों को नज़र अंदाज कर अनेकों बार युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है। इसका एक और उदाहरण बुधवार देर रात देखने को मिला जब पाकिस्तान ने जम्मू के नौशेरा सेक्टर में युद्धविराम का उल्लंघन किया।
बुधवार को देर रात से ही ऑटोमैटिक हथियार 81 एमएम और 120 एमएम मोर्टार से वह फायरिंग कर रहा है। 120 एमएम मोर्टार की रेंज 5 से 6 किलोमीटर है और ये 50 से 100 मीटर क्षेत्र में तबाही मचा सकता है।
नौशेरा में हुई इस फायरिंग में एक महिला की मौत हो गई है वहीं उस महिला के पति घायल भी हो गए हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार रूक-रूककर फायरिंग जारी है। हालांकि भारत की ओर से भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार भारत ने अपनी जवाबी कार्यवाई में दो पाकिस्तानी सैनिकों को घायल कर दिया है।
आपको बता दें कि नौशेरा में इस साल सबसे अधिक बार युद्धविराम का उल्लंघन हुआ है। इस वर्ष पूरे जम्मू-कश्मीर में करीब 70 बार उल्लंघन हुआ है जबकि सिर्फ नौशेरा में ही करीब 40 से अधिक बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ है।
गौरतलब है कि शोपियां में सेना के लेफ्टिनेंट के अपहरण और हत्या की घटना के अगले ही दिन पाकिस्तान ने फिर से युद्धविराम का उल्लंघन किया है। इससे पहले सेना ने सीमा पर बुधवार को घुसपैठ की एक कोशिश को नाकाम भी किया था वहीं पिछले दिनों एलओसी पर एक 12 साल के घुसपैठिये को भी गिरफ्तार किया गया था।
इन सभी चीजों से साफ है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज आने वाला नहीं है। तमाम चेतावनियों के बावजूद भी उसकी हरकतों से भारतीय सैनिक और नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। ऐसे में क्या सिर्फ भारतीय गृहमंत्री द्वारा पाकिस्तान को चेतावनी देना काफी होगा या फिर भारत को कुछ और सख्त रुप अपनाने की जरुरत है।