Jamia Millia Islamia की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने वर्तमान शैक्षणिक सत्र से शुरू किये जा रहे मास्टर इन डिजाइन (MDes) पाठ्यक्रम को आज फ्लैग ऑफ़ किया। इस कार्यक्रम में प्रो-वाइस चांसलर प्रो. तसनीम फातमा और रजिस्ट्रार डॉ. नाजिम हुसैन जाफरी समेत कई जाने-माने शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया। नया पाठ्यक्रम डिजाइन और इनोवेशन विभाग के तहत संचालित किया जाएगा जो विश्वविद्यालय में एक नया विभाग होगा। इसे जामिया के इतिहास में एक उल्लेखनीय क्षण बताते हुए प्रो नजमा अख्तर ने कहा कि पिछले सौ वर्षों में जामिया भारत में सबसे प्रगतिशील शैक्षणिक संस्थानों में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी बन गया है। एक चीज जो हमें अलग करती है वो है best experiential शिक्षा प्रदान करना और शिक्षाशास्त्र, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में बदलते रुझानों के साथ बने रहने की हमारी प्रतिबद्धता।
उन्होंने कहा कि डिजाइन एवं इनोवेशन विभाग न केवल टीचिंग और लर्निंग में मदद करेगा बल्कि उद्योग और अकादमिक दोनों क्षेत्रों में छात्रों के लिए मददगार साबित होगा।
पाठ्यक्रम में मेरी बहुत रुचि: कुलपति
कुलपति ने यह भी कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस प्रोजेक्ट में बहुत रुचि रखती हैं और इसे फलते-फूलते और विकसित होते देखना उनका सपना रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने विभाग की स्थापना का नेतृत्व करने के लिए प्रो.फरहत बशीर खान को चुना है जिन्हें अकादमिक में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। वास्तव में यह एक बड़ा दांव है और मैं व्यक्तिगत रूप से इसकी प्रगति की निगरानी करूंगी और विश्वविद्यालय हर संभव सहायता प्रदान करेगा और आप सभी को सफलता पाने लिए मदद करेगा।
प्रारंभ में विभाग छात्रों को मास्टर इन डिजाइन (MDes) का कोर्स कराएगा हालांकि भविष्य में स्नातक और शोध की डिग्री की भी योजना है। विभाग का फोकस प्रोडक्ट डिजाइन, इंटरेक्शन डिजाइन और कम्युनिकेशन डिजाइन जैसे क्षेत्र में हैं। एक नया विभाग बनाने का विचार छात्रों को experiential शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें भारत में भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार करने से भी जुड़ा है।
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