गुजरात एटीएस के पूर्व प्रमुख और फर्जी एनकाउंटर के आरोपी डीजी वंजारा ने एनकाउंटर को लेकर बड़ा खुलासा किया। अपने सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में वंजारा ने कई अहम बाते कहीं। वंजारा ने कहा गुजरात में किये गए एनकाउंटर फर्जी नहीं थे, वो सब कानून के दायरे में थे। हर आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए लोग वो थे जो राजनेताओं को मारने और राज्य की शांति और समृद्धि को नष्ट करने के लिए आए थे।
वंजारा ने कहा कि अगर उन्होंने एनकाउंटर में आतंकियों को मारा नहीं होता तो आज पीएम मोदी जिंदा नहीं होते और देश को मजबूत प्रधानमंत्री न मिल पाता। गुजरात कश्मीर बन चुका होता।
जेल से रिहा होने के बाद वंजारा अभी तक करीब 56 जन सभाओं को संबोधित कर चुके हैं। सोमवार को भी वंजारा एक रोड शो और फिर सम्मान कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में वंजारा को 10 रुपये के सिक्कों से तौला गया और बाद में बंजारा ने मंच से लोगों को संबोधित किया।
लोगों को संबोधित करते हुए वंजारा ने कहा, ‘आज से ठीक दस साल पहले मुझे गिरफ्तार किया गया था। मुझ पर जो आरोप लगाए गए उस बारे में कहना चाहता हूं कि अगर मैंने वो एनकाउंटर नहीं किए होते तो आज गुजरात कश्मीर बन गया होता।’
वंजारा ने आगे कहा, ‘सारे के सारे एनकाउंटर कानून के दायरे में रहते हुए किए गए और अगर नहीं किए जाते तो आज पीएम मोदी जिंदा नहीं होते।’