दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके में 3 बदमाशों ने एटीएम में कैश डालने वाले वाहन से 26 लाख रूपये लूट लिए। हैरानी की बात यह है कि कर्मचारियों ने वाहन का दरवाजा बंद नहीं किया था, जिस वजह से वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
वाहन के संरक्षक जितेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि वह एटीएम में गार्ड के साथ गया था और उसके साथी मोहम्मद नदीम और गौरव कैश वाहन के पीछे का दरवाजा और कैश से भरा संदूक खुला छोड़कर बाहर खड़े थे। उनके अलावा ड्राइवर संजय भी बाहर खड़ा था। इस बीच 3 लोग बाइक में सवार होकर आए और कैश से भरा संदूक उठाकर फरार हो गए।
नदीम और गौरव ने बताया कि वे दोनों बातचीत में व्यस्त थे और उन्होंने बदमाशों को नहीं देखा। नदीम ने दावा किया कि उसने तुरंत चोरी की सूचना दी थी। पुलिस बैंक के सीसीटीवी फुटेज के जरिए बदमाशों की पहचान करने में जुटी है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक जितेंद्र ने पुलिस को शाम 4:15 बजे फोन कर चोरी की जानकारी दी थी। जितेंद्र ने कहा कि ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित बड़ा बाजार के एक प्राइवेट बैंक के एटीएम में जब कैश भरवा रहे थे, उस वक्त वाहन से एक कैश बॉक्स चोरी हो गया। जितेंद्र ने कहा कि उनकी टीम ने इससे पहले करोल बाग के दो एटीएम में कैश भरा था। इसके बाद उन्हें कनॉट प्लेस जाना था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि एक बदमाश ने टोपी पहनी हुई थी। जबकि बाकी दो बदमाशों ने पहचान छिपाने के लिए मुंह ढक लिया था। जांच के दौरान पता चला है कि करोल बाग के एटीएम से निकलने के बाद बदमाशों ने वाहन का 2 किलोमीटर तक पीछा किया था।
पुलिस चारो कर्मचारियों के मामले में शामिल होने के शक के मद्देनजर उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने कैश डिलिवरी कंपनी से भी बातचीत की है और उनके पूर्व कर्मचारियों और चारों कर्मचारियों की वित्तीय जानकारी भी मांगी है।