प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी पहली बार गुजरात के सूरत पहुंचे हैं। कल उन्होंने सूरत में 11 किलोमीटर लम्बा रोड शो किया और आज सुबह उन्होंने सूरत में 400 करोड़ रुपए की लागत से बने किरण मल्टीस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आज पाटीदार समाज के डायमंड कारोबार से जुडी फैक्ट्री का उद्घाटन भी करेंगे। वह यहाँ पाटीदारों को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री अपने अगले कार्यक्रम में तापी के बीजापुर गाँव जाकर सूरत जिला सहकारी दुग्ध उत्पादन संघ के चारा संयंत्र और आइसक्रीम संयंत्र का उद्घाटन करने के अलावा दादर नगर हवेली के सिलवासा में नई परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। प्रधानमंत्री का यह दौरा गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है।

Modi has reached Surat . They will address the Patidars here.प्रधानमंत्री ने आज सुबह के अपने पहले कार्यक्रम में उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बातें कही हैं। मोदी ने यहाँ कहा कि सरकार जल्द ही एक ऐसा कानून लाने जा रही है, जिससे डॉक्टरों को सस्ती और जेनरिक दवाई ही लिखनी पड़ेगी। सरकार ने दो महीने पहले ही निर्णय लिया कि दिल में लगने वाला 1.5 लाख का स्टेंट 20 से 22 हजार रुपए में मिलेगा। स्टेंट और दवाइयां सस्ती करने के मेरे फैसले से कई फार्मा कंपनियां भी नाराज हो गईं। उन्होंने कहा कि सरकारें देश नहीं चलाती हैं, देश जनता-जनार्दन चलाती है।सरकार ने 700 दवाइयों के दाम तय किए और हमारा मकसद है कि देश में गरीब से गरीब व्यक्ति को आरोग्य सुविधाएँ उपलध करा सकें।

इससे पहले कल शाम प्रधानमंत्री मोदी ओड़िशा में आयोजित बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने के बाद सूरत पहुंचे थे। यहाँ उनके रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी थी। इस दौरान हीरों के लिए मशहूर सूरत को बेहतरीन तरीके से सजाया गया था। प्रधानमंत्री ने यहाँ बीजेपी के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की।

गुजरात में बीजेपी अपनी नैया प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे पार लगाने की जुगत में है। राज्य में पाटीदार अनामत आन्दोलन और उना में दलितों की पिटाई के बाद खराब हुई छवि को सुधारने के लिए बीजेपी के पास तीन बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे मोदी से शायद ही कोई बड़ा चेहरा है। ऐसे में पाटीदार समुदाय के कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री का विशेष तौर से शामिल होना भी यही संकेत देता नजर आ रहा है। आपको बता दें कि सूरत पाटीदार समुदाय का गढ़ माना जाता है। पाटीदारों ने आरक्षण को लेकर कई बार आन्दोलन भी किया है। ऐसे में प्रधानमंत्री का यह दौरा पाटीदारों को खुश करने की कवायद के रूप में भी देखा जा रहा है।