Chhath Puja 2021: छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है। आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं आखिरी दिन यानी कि 11 नवंबर को सुबह के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। छठ पूजा में सूर्य देवता का काफी महत्व होता है। सूर्य देव पंचदेवों में से एक हैं। कहा जाता है कि इन्हें अर्घ्य देने से धर्म का लाभ होता है साथ ही सेहत से जुड़ी मुश्किल भी हल होती है।
किस शहर में कितने बजे होगा सूर्यास्त?
पटना, बिहार
सूर्योदय – 06:03 AM
सूर्यास्त – 05:03 PM
रांची, झारखंड
सूर्योदय – 05:59 AM
सूर्यास्त – 05:06 PM
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
सूर्योदय – 06:22 AM
सूर्यास्त – 05:18 PM
कोलकात पश्चिम बंगाल
सूर्योदय – 05:46 AM
सूर्यास्त – 04:55 PM
जयपुर राजस्थान
सूर्योदय – 06:43 AM
सूर्यास्त – 05:38 PM
नई दिल्ली
सूर्योदय – 06:40 AM
सूर्यास्त – 05:30 PM
इस तरह होती है पूजा
आज के दिन महिलाएं और पुरूष नदी किनारे बैठकर छठी मैय्या के गीत का गुणगान करतीं हैं। उनकी पूजा-अर्चना करती हैं। इस त्यौहार में ढेर सारे प्रसाद चढ़ाए जाते हैं। पूजन सामग्री में शहद की डिब्बी, पान, साबूत सुपारी, कैराव, सिंदूर, कपूर, कुमकुम, चावल, चन्दन, बांस, सूप, दौरा, डलिया, पानी वाला नारियल, गन्ना, शकरकंदी, हल्दी और अदरक का हरा पौधा, नाशपाती, बड़ा नींबू आदि शामिल होते हैं। इनके अलावा घरों में ठेकुवा, खस्ता, पुवा आदि भी तैयार किया जाता है। पूजा-पाठ के बाद प्रसादों को लोगों में बांटा जाता है। माना जाता है कि प्रसाद खाने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती है।
सूर्य देवता के इस महात्योहार के पहले सूर्य देवता को संध्याकालीन अर्घ्य दिए जाने का विधान है। अर्घ्य के उपरांत दूसरे दिन ब्रह्ममुहूर्त में अर्घ्य सामग्री के साथ सभी व्रती जल में खड़े होकर भगवान सूर्य के उदय होने की प्रतीक्षा करते हैं। जैसे ही क्षितिज पर अरुणिमा दिखाई देती है, मंत्रों के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य समर्पित किया जाता है।
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