Stroke दुनिया भर में लोगों में होने वाला एक आम समस्या है। यह मौत का कारण भी बन सकता है और कई बार इसके लक्षण भी सामने नहीं आते। कई मामलों में यह स्थायी विकलांगता का कारण बन सकता है। इसलिए स्ट्रोक जैसे लक्षणों का अनुभव होते ही जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता लें।
कोलंबिया एशिया अस्पताल, पालम विहार के सलाहकार-न्यूरोलॉजिस्ट डॉ अपूर्व शर्मा (Neurologist Dr Apoorva Sharma) का कहना है कि स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति भ्रमित लग सकता है, शरीर कमजोर महसूस कर सकता है और अचानक चलने या बात करने में असमर्थ लग सकता है। “यह मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में रक्त के प्रवाह ना हो पाने के कारण होता है, यह रक्त वाहिका में रुकावट या रिसाव के कारण होता है। आप स्ट्रोक के लक्षणों से पीड़ित को देखते हैं, तो संकेतों को समझना महत्वपूर्ण है।“
लक्षणों के ठीक होने का इंतजार न करें
ऐसे मामलों में इंतजार करना घातक हो सकता है। मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति में रुकावट के कारण स्ट्रोक होता है, इसलिए चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।
एफ.ए.एस.टी. तकनीक का प्रयोग करें
यह जांचने के लिए कि किसी को स्ट्रोक हो रहा है, हमें देखना होगा कि क्या वे ठीक से मुस्कुरा सकते हैं, अपनी बाहें उठा सकते हैं या कोई वाक्य दोहरा सकते हैं। ऐसा न करने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।
लक्षणों पर नज़र रखें
चिकित्सक के साथ लक्षणों को साझा करें और उच्च रक्तचाप, स्लीप एप्निया, मधुमेह जैसी समस्या हो तो चिकित्सक से साझा करें।
इसके अलावा, बीपी, पल्स, स्पो 2, सांस लेने की गतिविधियों और खर्राटे की आवाज़ जैसे संकेतों की भी निगरानी करें, चाहें तो एयरवे प्रोटेक्टर लगा सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर दौरा पड़ रहा हो तो शराब पीने या कुछ खाने से दम घुट सकता है और दम घुटने से मौत हो सकती है, इसलिए शराब को सेवन ना करें ।
शांत रहें
ऐसे मामले में शांत रहना महत्वपूर्ण है। जल्दबाजी ना करें और बस सतर्क रहें। यदि आप अकेले हैं और आपको लगता है कि आपको स्ट्रोक के लक्षण विकसित हो रहे हैं, तो किसी नजदीकी व्यक्ति से मदद मांगें।
(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह लें। APN इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।)
ये भी पढ़ें
Dairy Products से है एलर्जी तो इन स्रोतों से पूरी कीजिए Calcium की कमी