विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी जल्द ही अपने संगठन के चेहरो में बदलाव ला सकती है। इन बदलावो पर अमल करने के लिये अखिलेश नें उच्च स्तर पर मंथन करना शुरु कर दिया है। इसी क्रम में आज सपा की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में बुलाई गई थी। आज हुए मंथन में कई सवाल उठ कर आए कि कहीं सपा अपनों की वजह से तो दूर नहीं जा रही है?
आशंका जताई जा रही थी कि मंथन में शिवपाल यादव और मुलायम सिंह यादव भी शामिल होंगे। लेकिन उम्मीदों से परे मुलायम और शिवपाल की अनुपस्थिति, कड़वाहट को साफ तौर पर झलका रही थी। जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट भवन में यह बैठक खास तौर पर चुनावो में मिली हार पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी। अखिलेश यादव नें चिंतन किया कि आखिर हार की क्या वजह है? अखिलेश ने एटा,इटाव और मैनपुरी के नेताओं के साथ बैठक की इस बैठक में यह फैसला किया गया कि 15 अप्रैल से सपा सदस्यता अभियान चलाएगी और अपनी पार्टी के ज्यादातर चेहरो को बदलेगी।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक महानगर अध्यक्षों और राज्य कार्यकारिणी में भी बदलाव हो सकता है। बता दें कि समाजवादी पार्टी ने छह अप्रैल को जिला, सात अप्रैल को फ्रंटल संगठनों सपा के चारों प्रकोष्ठों के जिला अध्यक्षों, महानगर अध्यक्षों और राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सपा के सदस्यता अभियान पर चर्चा होगी। आशंका जताई जा रही है कि इस बैठक में पार्टी के कई चेहरे बदल सकते है।