23 जनवरी को 20 न्यायधीशों के खिलाफ पीएम को लिखी चिट्ठी से कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस कर्णन सुर्खियों में आए थे। जिसके बाद संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस कर्णन पर अवमानना का आरोप लगाया। उन्हें 31 मार्च को सर्वोच्च अदालत में पेश होने का सख्त आदेश दिया था। आज जस्टिस कर्णन सुप्रीम कोर्ट के सात खंडपीठ जजों के समक्ष पेश तो हुए लेकिन उनका अड़ियल रवैया जस की तस बना हुआ है। उनका मत है कि उन्होंने न्यायपालिका के खिलाफ कुछ नहीं किया, वह केवल भ्रष्ट जजों के खिलाफ लड़ रहे हैं। उन्होंने सात खंडपीठ के समक्ष कहा कि मैं खुद को मानसिक रुप से प्रताड़ित महसूस कर रहा हूं। मुझे गिरफ्तार करो या दण्डित लेकिन मुझे मेरा काम लौटा दिया जाए।
दूसरी तरफ यूपी में विरोधियों को हारने के बाद बीजेपी दिल्ली के मैदान में उतरने वाली है। दिल्ली में बीजेपी विरोधी व खासकर सत्तारुढ़ी आप पार्टी यहां कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जहां एक तरफ बीजेपी को सत्ता बरकरार रखने की चुनौती है तो वहीं आप को साबित करना है कि पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली में 90 फीसदी सीटें उसने किस्मत से नहीं बल्कि अपने मेहनत से जीतीं हैं।
इसी खास पेशकश को लेकर एपीएन के स्टूडियों में आज ”क्यों वकील हैं आंदोलन पर उतारू? MCD के दंगल में कौन किस पर पड़ेगा भारी?” जैसे मुद्दे पर चर्चा की गई। जिसमें गोविंद पंत राजू (सालहकार संपादक, APN), जस्टिस आर बी मिश्रा (पूर्व कार्यवाहक चीफ जस्टिस, हि.प्र.), दिव्यदर्शन शर्मा (अध्यक्ष तीस हजारी कोर्ट बार एसोसिएशन), प्रदीप सिंह (प्रवक्ता, यूपी कांग्रेस), तेजेंद्र बग्गा (प्रवक्ता दिल्ली बीजेपी) और ऋचा पाण्डेय मिश्रा (प्रवक्ता, आप) जैसे विशेषज्ञों ने अपने विचार को जनता के समक्ष रखा। शो का संचालन एंकर हिमांशु दीक्षित ने किया।
दिव्यदर्शन शर्मा ने बताया कि यह एक गंभीर मुद्दा है। जनता अगर चार लोकस्तभों में से किसी पर सबसे ज्यादा भरोसा करती है तो वह न्यायपालिका है। अगर जस्टिस कर्णन न्यायधीशों पर इतना संगीन आरोप लगा रहे हैं तो उनसे जुड़े उनके पास जरुर कुछ तथ्य या प्रमाण होंगे।
जस्टिस आर बी मिश्रा ने बताया कि जिस प्रकार से जस्टिस कर्णन ने आज दुर्व्यवहार किया है यह शोभनीय नहीं। अगर उनके पास भ्रष्टाचार से जुड़े कुछ तथ्य हैं तो वह कोर्ट के समक्ष रखे या गोपनीय रुप से इजाजत लेकर खंडपीठ के समक्ष पेश करें। इस प्रकार उन्हें कोर्ट के बाहर आकर मीडिया के सामने दिखावा करने की जरुरत नहीं है।
गोविंद पंत राजू ने बताया कि अगर वह जाति या समूदाय को लेकर परेशान हैं तो वह अपने विचारों को अदालत में बताए जिसपर अदालत संज्ञान जरुर लेगी। वह कानूनी तौर पर अपनी बातों को रख सकते हैं। रही बात दिल्ली के एमसीडी चुनाव कि तो पार्टियां इसकी तैयारियों में लगी हुई है।
प्रदीप सिंह ने बताया कि दिल्ली में इस बार आप सरकार की हार तय है। इस बार एमसीडी चुनाव में कांग्रेस को कमजोर तबके के लोगो का पूर्ण सहयोग मिलेगा।
तेजेंद्र बग्गा ने बताया कि विमुद्रिकरण के बाद भी जनता ने बीजेपी के कामों को देखते हुए पिछले छह महिनों में पंजाब को छोड़कर हर जगह अपनाया है। और इसबार तो दिल्ली में दो तिहाई बहुमत से आ रहे हैं।
ऋचा पाण्डेय ने बीजेपी पर कटाक्ष कसते हुए कहा कि यूपी में मिली जीत से बीजेपी को घंमड हो गया है, जिसके चलते दिल्ली में उन्होंने घोषणापत्र के बजाय गाने की सीडी बनाई है। रही बात काम की तो हमने डेढ़ साल में अपने दम पर पंजाब में 25% सीट पर काबिज हासिल की है। लेकिन बीजेपी ने 40 साल से पंजाब में क्या कर लिया?