बच्चों के साथ उत्पीड़न की खबरें आए दिन सामने आती हैं। सार्वजनिक होने पर कुछ मामलों पर कार्यवाही होती तो कुछ घटनाएं छुपा दी जाती हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर के एक सरकारी का, जहां एक महिला वार्डन ने जाँच के नाम पर छात्राओं के कपडे उतरवा दिए। जिसके बाद परिजनों में डर और गुस्सा है।
जानिए पूरा मामला:-
मामला खतौली थाना क्षेत्र के तिगरी गांव स्थित सरकारी ‘कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय’ का है। स्कूल की महिला वार्डन जब सफाई करने के लिए बाथरूम में गई, तो वहां खून के धब्बे देखकर आग बबूला हो गई। गुस्से से बौखलाई वार्डन ने गंदगी की जांच-पड़ताल करने के नाम पर विद्यालय में पढ़ रही करीब 70 छात्राओं को क्लास में ले जाकर नग्न अवस्था में खड़ा कर दिया। महिला वार्डन की घिनौनी हरकत यहीं खत्म नहीं हुई, उसके बाद उसने यह तक चेक किया कि उन छात्राओं में से किसके मासिक चल रहे हैं। पीड़ित बच्चियों को उस समय कुछ समझ ही नहीं आया कि आखिर यह सब हो क्या रहा है, लेकिन थोड़े समय बाद जब वह अपने साथ हो रहे उत्पीड़न को समझी, तो उन्होंने वार्डन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद इस मामले की जानकारी जब वहां के आला अधिकारियों को हुई, तो उन्होंने तुरंत ही उस महिला वार्डन को बर्खास्त कर दिया।
इस स्कूल में पढ़ने वाली सभी छात्राओं के लिए स्कूल परिसर में ही रहने की व्यवस्था है, जिसके चलते इस मामले के बारें में उनके परिजनों को देर से पता चला। हालांकि छात्राओं की आपबीती जब घरवालों को मालूम चली, तो सभी ने वार्डन के विरोद में हंगामा शुरू कर दिया। परिजन नारेबाजी करने लगे और आरोपी महिला वॉर्डन पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की।