भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष Baby Rani Maurya के एक बयान से खासा विवाद शुरू हो गया है। उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल ने महिलाओं से अपील की है कि वह 5 बजे के बाद अकेले पुलिस स्टेशन नहीं जाएं। उनके इस बयान से उत्तर प्रदेश की कानून और व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि शाम के बाद महिलाएं अपने परिवार के पुरूषों के साथ ही पुलिस स्टेशन जाएं। उनका बयान सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर हमला किया है। इस विवादास्पद बयान पर आप के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा, “बेटी बचाओ”।
चुनाव से पहले बेबी रानी मौर्य की एंट्री
उत्तर प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बेबी रानी मौर्य राजनीति में वापस आईं हैं। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि दलित मतदाताओं को रिझाने के लिए वह बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ मैदान में उतरेंगी। बेबी रानी मौर्य 1995 से लेकर 2000 तक आगरा की मेयर रह चुकी हैं। 2007 के विधानसभा चुनावों में उन्होने एत्मादपुर सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वो बसपा के प्रत्याशी से हार गईं थी। 26 अगस्त 2018 को उन्होंने उत्तराखंड की राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी और अभी कुछ दिन पहले ही मौर्य ने 8 सितंबर 2021 को अपने पद से इस्तीफा दिया।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो पिछले चुनाव की तरह इस बार भी BJP की नजर ओबीसी और दलित वोटरों पर है। इसी के मद्देनजर बीजेपी ने हाल ही में विस्तार हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी की कैबिनेट में जाति के हिसाब से मंत्री पद दिए। अभी कई जगह बीजेपी पिछड़ों और दलितों को रिझाने के लिए सम्मेलन भी कर रही है।
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