Mitchell Starc Fifer World Record: क्रिकेट में हर दिन कोई न कोई रिकॉर्ड बनता और टूटता है, लेकिन कुछ कारनामे ऐसे होते हैं जो इतिहास की किताबों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो जाते हैं। वेस्टइंडीज बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच सबीना पार्क, किंग्स्टन, जमैका में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया। उन्होंने महज 15 गेंदों में पांच विकेट लेकर टेस्ट क्रिकेट का सबसे तेज फाइफर (फाइव विकेट हॉल) अपने नाम कर लिया — वो भी वर्ल्ड रिकॉर्ड के तौर पर!
इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के ही अर्नी टॉसहैक के नाम था, जिन्होंने 1947 में भारत के खिलाफ 19 गेंदों में 5 विकेट लिए थे। अब पूरे 78 साल बाद स्टार्क ने उस उपलब्धि को पीछे छोड़ दिया है।
स्टार्क का तूफान, वेस्टइंडीज बल्लेबाजी क्रम की तबाही !
तीसरे टेस्ट की चौथी पारी जैसे ही शुरू हुई, मिचेल स्टार्क का रफ्तार और स्विंग से भरा पहला ओवर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज़ों के लिए कहर बनकर टूटा। पहली ही गेंद पर जॉन कैम्पबेल (0) पवेलियन लौटे। इसके बाद पांचवीं और छठी गेंद पर केवलन एंडरसन (0) और ब्रैंडन किंग (0) को आउट कर स्टार्क ने एक ओवर में तीन विकेट झटके।
लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकी, अपने तीसरे ओवर यानी पारी के पांचवें ओवर में उन्होंने मिकाइल लुईस (4) और खतरनाक माने जाने वाले शाई होप (2) को भी चलता किया — और वहीं उन्होंने बना दिया ये नया वर्ल्ड रिकॉर्ड। इसके बाद वेस्टइंडीज के आखिरी विकेट, जेडन सील्स(0) को भी स्टार्क ने ही झटका। इस तरह स्टार्क ने विंडीज की इस दूसरी पारी में कुल मिलाकर 6 विकेट चटकाए। इस तरह स्टार्क ने अपने टेस्ट करियर का 16वां फाइफर पूरा किया।
मिचेल स्टार्क की ऐतिहासिक स्पेल
विंडीज के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने वाली स्पेल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में गिना जाता है। इस मुकाबले की चौथी इनिंग में उन्होंने महज 7.3 ओवर की घातक स्पेल में 4 मेडन फेंकते हुए 9 रन देकर 6 विकेट चटकाए। उनकी इकॉनमी रही सिर्फ 1.20, जिसमें ना कोई वाइड बॉल और ना ही नो-बॉल शामिल रही।
विंडीज की ऐतिहासिक हार, 27 पर ढेर
बताते चलें कि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी इनिंग में बल्लेबाजी करने के बाद वेस्टइंडीज को केवल 204 रनों का टारगेट दिया था। लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि पूरी विंडीज टीम सिर्फ 27 रन पर सिमट जाएगी। हैरानी की बात यह रही कि कैरिबियन टीम के 7 खिलाड़ी बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। यह टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर है। इससे ऊपर केवल 1955 का इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड का टेस्ट मुकाबला है, जिसमें कीवी टीम को 26 रनों ऑल आउट होना पड़ा था।
पूरे टेस्ट मैच की बात करें तो स्टार्क ने 7 विकेट (1,6), स्कॉट बोलैंड – 6 (3,3) और जोश हेजलवुड – 3 (2,1), कप्तान पैट कमिन्स – 2 विकेट (पहली पारी) और वेबस्टर ने 1 विकेट (पहली पारी) अपने नाम किया।
रिकॉर्ड बुक में नई इबारत
मिचेल स्टार्क की 15 गेंदों में 5 विकेट की यह उपलब्धि सिर्फ एक व्यक्तिगत मील का पत्थर नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि जब रफ्तार, नियंत्रण और आत्मविश्वास एक साथ आते हैं, तो क्रिकेट में कुछ भी मुमकिन है।
इससे पहले साल 2015 में इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड और ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट बोलैंड ने भी 19 गेंदों में 5 विकेट लेकर पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की थी, लेकिन उससे आगे कोई नहीं जा सका था, लेकिन अब मिचेल स्टार्क ने एक नया इतिहास रच दिया है।
बताते चलें कि स्टार्क के इस प्रदर्शन का फल भी उन्हें मिला, उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ़ द सीरीज’ के अवार्ड से भी नवाजा गया। उनकी यह स्पेल लंबे समय तक क्रिकेट फैंस के दिलों में बनी रहेगी।
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