प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने मृतक अरुन वाल्मीकि (Arun Valmiki) के परिजनों को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने परिवार को भरोसा दिलाया है कि वह केस लड़ने में पूरी मदद करेंगी। बता दें कि 20 अक्तूबर की रात को प्रियंका गांधी कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मरने वाले दलित सफाईकर्मी वरुण वाल्मीकि के घर पीड़ितों से मिलने के लिए गईं थी।
रात 11 बजे परिवार से हुई मुलाकात
प्रियंका गांधी वाड्रा कल पीड़ितों से मिलने के लिए आगरा के लिए रवाना हो रहीं थी। वह अभी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस पर पहुंची थी कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था। प्रियंका को आगरा जाने की इजाजत नहीं मिल रही थी। काफी हंगामे के बाद शाम 6 बजे उन्हें आगरा जाने की इजाजत मिली। रात 11 बजे प्रियंका गांधी पीड़ितों के घर पहुंची थी। उन्होंने मृतक अरुण वाल्मीकि की पत्नी और मां से मुलाकात की। प्रियंका ने परिवार को पूरी मदद का भरोसा दिलाया है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि उनसे परिवार वालों ने कहा कि, अरुण को इलेक्ट्रिक शॉक देकर मारा गया। उन्होंने कहा, मुझे बताया गया कि उनके परिवार से करीब वाल्मीकि समाज के 17 से 18 लोगों को पुलिस ने उठाया और उनकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की गई। अरुण की बीवी ने मुझे बताया कि सिर्फ महिलाओं ने ही नहीं बल्कि बल्कि पुरुषों ने भी उनकी पिटाई की। उनके पति को बड़ी बेरहमी से पीटा गया है, उनके हाथों को बांधकर उन्हें मारा गया है।
कैसा देश बन रहा है?
परिवार से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी वाड्र ने कहा, यह किस तरह का देश बन रहा है। यहां पर दलितों को पीटा जा रहा है। न्याय नहीं मिल रहा है। न्याय क्या सिर्फ मंत्रियों के लिए है।
बता दें कि कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा पुलिस हिरासत में मरने वाले व्यक्ति के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए 20 अक्तूबर को आगरा (Agra) जा रहीं थीं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें लखनऊ में ही अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) के साथ रोक दिया था।
Priyanka Gandhi Vadra ने क्या कहा था?
उत्तर प्रदेश पुलिस के इस रवैये पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि पुलिस कह रही हैं कि मैं आगरा नहीं जा सकती हूं। मैं जब कहीं जाती हूं तो मुझे रोका जाता है। क्या मैं होटल में बैठी रहूं। उनके लिए यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा है। मुझे बस पीड़ित परिवारों से मिलना है। क्या गुनाह कर रही हूं।
प्रियंका गांधी वाड्रा INCUttarpradesh के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ आगरा जा रहीं थीं। उनका काफिला अभी आगरा – लखनऊ एक्सप्रेसवे पर पहुंचा था कि राज्य की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
बता दें कि एक दलित सफाई कर्मी को पुलिस ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई है। मृतक व्यक्ति का नाम Arun Valmiki है। दलित व्यक्ति की मौत पर राज्य में सियासत गर्म है।
पीड़ित परिवार का आरोप
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस की यातनाओं से अरुण की मौत हुई है। इस संबंध में पीड़ित परिवार की ओर से धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी मुनिराज आला अधिकारियों के साथ पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंच गए हैं। थाना जगदीशपुरा के मालखाने से शनिवार रात को चोरी हुई थी। पीछे के दरवाजे से घुसा चोर बक्से का ताला तोड़कर 25 लाख रुपये चोरी करके ले गया था। रविवार सुबह घटना की जानकारी हुई तो एसएसपी मुनिराज जी. और एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने थाना का निरीक्षण किया था।
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