पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर छिड़े विवाद के बीच बीजेपी सांसद और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार डॉ. मनमोहन सिंह को उचित सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डॉ. सिंह ने देश की आर्थिक प्रगति के लिए मजबूत नींव रखी थी, और उनकी स्मृति में एक स्मारक स्थल और समाधि बनाई जाएगी। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जानकारी दी है।
“दुख की घड़ी में राजनीति न करें कांग्रेस”
सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर दुख की इस घड़ी में राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने मनमोहन सिंह को उनके जीवनकाल में कभी वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हकदार थे। आज उनके निधन के बाद राजनीति करना अनुचित है।” त्रिवेदी ने यह भी याद दिलाया कि डॉ. मनमोहन सिंह देश के पहले प्रधानमंत्री थे, जो नेहरू-गांधी परिवार से बाहर के थे और 10 वर्षों तक इस पद पर रहे। उन्होंने कांग्रेस से अपील की कि शोक के इस अवसर पर राजनीति से बचें और उनके योगदान को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देखें।
जल्द बनेगी मनमोहन सिंह की समाधि
त्रिवेदी ने स्पष्ट किया कि मोदी सरकार मनमोहन सिंह की समाधि के निर्माण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट गठन, और अन्य कानूनी प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा, ताकि समाधि निर्माण का कार्य शुरू हो सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह काम प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
कांग्रेस पर हमलावर रुख
इस विवाद में कांग्रेस की मांग है कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार जिस स्थान पर किया गया है, वहीं पर उनकी समाधि बनाई जाए। वहीं, सरकार ने निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया और स्मारक स्थल के लिए अलग से जगह आवंटित करने की बात कही है।
कांग्रेस ने स्मारक निर्माण में देरी को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की थी। इसके जवाब में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मोदी सरकार ने हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर नेताओं को सम्मान दिया है और डॉ. मनमोहन सिंह के मामले में भी यही सिद्धांत अपनाया जाएगा। स्मारक स्थल को लेकर हो रहे इस विवाद में बीजेपी ने कांग्रेस पर यह कहते हुए पलटवार किया कि इस समय राजनीति करने के बजाय सभी दलों को मिलकर एकजुटता दिखानी चाहिए।