भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवान विनेश फोगाट को लेकर दावा किया कि विनेश फोगाट को ओलंपिक में क्वालीफाई करने से पहले बेईमानी करके जीताया गया था जिसका परिणाम भगवान ने उन्हें ओलंपिक में दे दिया है। मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि एक खिलाड़ी दो वेट कैटेगरी में वजन नहीं दे सकता है और ये कुश्ती का नियम है। विनेश ने एक दिन में दो वेट कैटेगरी में ट्रायल दिया था और वजन लेने के बाद पांच घंटे तक कुश्ती को रुकवा के रखा।
उन्होंने कहा, ”मैंने जो बात पहले दिन कही थी, आज भी उसी पर कायम हूं और आज वही बात पूरा देश कह रहा है। आगे उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रकरण पर ज्यादा नहीं बोलूंगा, अन्यथा यह बात तुरंत हरियाणा पहुंच जाएगी और इस समय पूरा देश इंतजार कर रहा है कि बृजभूषण शरण सिंह इस मुद्दे पर कुछ बोलें। ”
ब्रजभूषण सिंह ने आगे कहा कि मेरे ऊपर जो आरोप लगे हैं फिलहाल उसकी जांच चल रही है। लेकिन मैं शुरू से ही कह रहा हूं कि मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं। इन पहलवानों ने मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए हैं वो कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है। भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा इसके किरदार हैं। आज काफी चीजें निकलकर बाहर आ गई हैं, जब अदालत का इस मामले में फैसला आएगा तो और चीजें भी निकलकर सामने आ जाएंगी।
आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट इतिहास रचते हुए 50 किलोग्राम भार वर्ग कुश्ती के फाइनल में पुहंच गई थी। लेकिन फाइनल मुकाबले से ठीक पहले जब उनका वजन नियम के तहत 100 ग्राम ज्यादा था। इस वजह से ही उन्हें फाइनल मुकाबला खेलने से रोक दिया गया था और साथ ही पेरिस ओलंपिक से ही उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया था।
हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले फोगाट ने निजी कारणों का हवाला देते हुए भारतीय रेलवे की नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। फोगाट के अलावा पूर्व ओलंपियन बजरंग पूनिया ने भी कांग्रेस का हाथ थामा।