जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद एक पाकिस्तानी पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर अमेरिका ने दो टूक जवाब दिया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका इस मामले में भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ उसका रुख पूरी तरह साफ है।
“टिप्पणी की कोई जरूरत नहीं, भारत के साथ है अमेरिका”
प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने पाकिस्तानी पत्रकार के सीमा पर बढ़ते तनाव से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा, “इस मुद्दे पर हमारे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। राष्ट्रपति ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पहले ही साफ कर दिया है कि अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद की हर घटना की कड़ी निंदा करता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए और घायलों के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करता है।
अमेरिका की कड़ी प्रतिक्रिया
ब्रूस ने कहा, “जैसा कि राष्ट्रपति और विदेश सचिव पहले कह चुके हैं, अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ है और हम उम्मीद करते हैं कि इस हमले के जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।”
ट्रंप-मोदी के बीच हुई बातचीत
इस आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल कर संवेदना जताई। ट्रंप ने भारत को समर्थन देने की बात कही, जबकि पीएम मोदी ने अमेरिका के सहयोग का धन्यवाद किया और दोहराया कि भारत इस कायराना हरकत के पीछे शामिल सभी तत्वों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पीएम मोदी ने दी सख्त चेतावनी
बिहार के मधुबनी में आयोजित एक जनसभा में पीएम मोदी ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा, “भारत आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेगा। हम आतंकियों और उनके मददगारों को खोज निकालेंगे, चाहे वे दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हों। भारत का मनोबल इस तरह की घटनाओं से टूटने वाला नहीं है।”
भारत का जवाब – पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम
भारत ने जवाबी कार्रवाई के तहत सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, पाकिस्तान के नागरिकों को जारी सभी वीजा 27 अप्रैल से रद्द करने की घोषणा की गई है। भारत ने पाकिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों को जल्द स्वदेश लौटने की भी सलाह दी है।