ईरान की संसद में आज एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक ईरान की संसद पर 3 बंदूकधारियों ने हमला कर दिया जिसमें लगभग 8 लोग घायल हो गए और वहां मौजूद एक गार्ड की मौत भी हो गई है।
ईरान की संसद और खमैनी मकबरे पर हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने ली है। आपको बता दें कि ISIS जब किसी आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेता है, तो इसकी खबर आमतौर पर सबसे पहले उसकी न्यूज़ एजेंसी अमक के हवाले से आती है। ईरान में हुए हमले के बाद भी अमक ने बयान जारी कर कहा कि हमला ISIS ने कराया है। अगर ISIS का यह दावा सच है, तो ईरान के अंदर यह उसका पहला हमला है।
एक ईरानी समाचार एजेंसी ने घटना के वक्त संसद में मौजूद एक सांसद के हवाले से बताया कि तीन लोग ईरानी संसद में घुसे और लोगों पर अंधाधुंध फाइरिंग शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि हमलावरों के पास एके-47 राइफल थे। जिनका इस्तेमाल कर उन्होंने संसद में आतंक मचा दिया। एजेंसी के मुताबिक सांसद ने बताया कि “तीन हमलावर थे जिनमें से दो के पास कलाशनिकोव राइफ़लें और एक के पास कोल्ट पिस्टल थी।”
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार हमलावरों ने वहां मौजूद कुछ लोगों को बंधक भी बना लिया है। ईरान में संसद के अलावा आज एक और जगह पर हमला हुआ। दूसरा हमला दक्षिणी तेहरान में स्थित खुमैनी स्मारक में हुआ जहां एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया वहीं दूसरे हमलावर को सुरक्षाकर्मियों ने ढेर कर दिया। इस आत्मघाती हमले में कई लोग घायल हो गए और एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। इसके अलावा इमाम का मकबरा से दो हमलावरों को गिरफ्तार भी किया गया है।
ताजा जानकारी के अनुसार हमलावरों ने संसद में मौजूद सांसदों को बंधक बना लिया है और सुरक्षाकर्मियों के साथ फाइरिंग जारी है। ईरान के गृहमंत्री अब्दोलरेज रहमानी फाजली ने बताया कि तेहरान प्रोविंस सिक्यूरिटी काउंसिल की आपातकालीन बैठक आयोजित करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद में हालात अब काबू में हैं थोड़ी देर में वहां के हालात पर पूरी तरह से काबू कर लिया जाएगा। फ़िलहाल संसद की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। हालांकि उन्होंने इस बाबत और ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया है।