पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर गतिरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में अफगान सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी सेना पर हमला किया था, जिसमें अफगान दावे के मुताबिक 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई और 30 से अधिक घायल हुए। इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में अफगानिस्तान के कंधार सहित कई क्षेत्रों में ड्रोन हमला किया, जिसमें आम नागरिकों को भी निशाना बनाया गया।
रिहायशी इलाकों में हमला
अफगानिस्तान के हमले के बाद पाकिस्तान की सेना ने रिहायशी इलाकों में हमला शुरू कर दिया है। कंधार में पाकिस्तान ने दो ड्रोन स्ट्राइक की हैं, जिसमें नागरिक प्रभावित हुए। इस कार्रवाई का उद्देश्य अफगानिस्तान की सीमा पर नियंत्रण बनाए रखना बताया जा रहा है।
अफगानिस्तान ने किया था हमला
अफगान सुरक्षा बलों ने हेलमंद के बहरामचा, शाकिज, बीबी जानी और सालेहान इलाकों में तीन घंटे तक अभियान चलाया। इस दौरान पाकिस्तानी चौकियों से पांच कलाश्निकोव, एक राइफल, एक नाइट विजन स्कोप और एक शव बरामद किया गया। अफगान बलों ने खैबर पख्तूनख्वा के अंगूर अड्डा, बाजौर, कुर्रम, दीर, चित्राल और बलूचिस्तान में बारामचा की चौकियों पर भी हमला किया।
एक-दूसरे पर जारी हमले
तालिबान सरकार के रक्षा मंत्री ने बयान दिया कि अगर कोई भी पक्ष अफगान क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता है, तो सशस्त्र बल पूरी तैयारी के साथ जवाब देंगे। इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने अफगान हमलों को अकारण बताया और कहा कि अफगान बलों द्वारा नागरिकों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। नकवी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान की सुरक्षा बलों ने तत्काल और असरदार जवाब दिया है और किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्थिति पर नजर
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच इस सीमा पर बढ़ते तनाव ने दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई और जवाबी हमलों की संभावना बढ़ा दी है। नागरिक क्षेत्रों पर हमले और ड्रोन स्ट्राइक ने स्थिति को और नाजुक बना दिया है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा और शांति पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।