आतंकवाद को लेकर अमेरिका ने जिस तरह से पाकिस्तान पर शिकंजा कसना शुरू किया है, उससे पाकिस्तान की कमर टूट गई है। इसी को लेकर एक बार फिर अमेरिका ने पाकिस्तान को लताड़ा है।  अमेरिकी सेना के वरिष्ठ कमांडर ने कहा है कि पाकिस्तान ने तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ अभी तक निर्णायक कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में पाकिस्तान को अमेरिकी सुरक्षा सहायता पर रोक जारी रहेगी। अमेरिका के जनरल जोसेफ वोटेल की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब यूएस ने आतंकवाद के खिलाफ अपने संघर्ष में पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के कदम उठाए हुए हैं। कमांडिर ने अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सामने यह बात कही। उनसे पाकिस्तान को अमेरिकी सुरक्षा सहायता रोकने के भविष्य के बारे में पूछा गया था।

बता दें कि  पिछले महीने की शुरुआत में अमेरिका ने आतंकी संगठनों को पनाह देने को लेकर पाकिस्तान को दो अरब डॉलर (करीब 13049 करोड़ रुपये) की सुरक्षा सहायता रोक दी थी। वोटेल ने कहा, “मौजूदा स्थिति वैसी ही है। हमें उम्मीद है, भविष्य में हमें इसकी समीक्षा करनी होगी।” वोटेल ने कहा कि पाक से संचार, सूचना आदान-प्रदान और मांगी गई विशेष जानकारी में सहयोग बढ़ा है। लेकिन आतंकवाद के खिलाफ खासकर अफगान तालिबान या हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ अभी तक पाकिस्तान ने निर्णायक कार्रवाई नहीं की है। इसके चलते पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पार से आतंकी हमलों में वृद्धि हुई।

वोटेल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के सहयोग के बिना अफगानिस्तान में स्थिरता लाना और आतंकवाद को हराना मुश्किल होगा। वहीं ट्रंप प्रशासन ने भारत और पाक दोनों देशों के बारे में कहा है कि दोनों देशों को  सीमा पर तनाव के संबंध में बातचीत द्वारा समाधान निकालना चाहिए। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने अपनी नियमित प्रेस वार्ता में कहा, ‘हमें लगता है कि दोनों पक्षों को निश्चित रूप से आपस में बैठकर इस बारे में चर्चा करनी चाहिए।’

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