पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर भले ही आतंक को पालता-पोसता हो, कश्मीर को आधार बनाकर भारत पर हमले करता हो। लेकिन बाहरी रूप से इसको कश्मीर की बड़ी चिंता रहती है। लेकिन इसके हर चाल को पूरी दुनिया ने समझ लिया है और हाल ये है कि अब इसकी किसी भी बातों का दुनियाभर में सीरियस नहीं लिया जाता। जी हां, हर समय अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तान को एकबार फिर मुंह की खानी पड़ी है। दरअसल, पाकिस्तान में जापान के राजदूत तकाशी कुराई के साथ एक बैठक में पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर खान जंजुआ ने कश्मीर मुद्दा उठाया, लेकिन राजदूत ने इसको टाल दिया। इसके साथ ही उन्होंने अफगानिस्तान की स्थिति का मुद्दा उठा दिया और अफगानिस्ता को लेकर जंजुआ से कई सवाल पूछे।
यह हमेशा देखा जाता रहा है कि पाकिस्तान कश्मीर को आधार बनाकर भारत को बदनाम करने की कोशिश करता है। जबकि पीओके की स्थिति कैसी है, इसके बारे में न वो कभी जिक्र करता है और न ही कभी वहां के यथास्थिति के बारे में किसी से बात करता है। इसके अलावा बलूचिस्तान के मुद्दे पर भी पाकिस्तान बातचीत करने से कतराता है। लेकिन जब भारत की बात आती है तो उसे तुरंत कश्मीर याद आ जाता है। ऐसे ही पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर खान जंजुआ ने जापानी राजदूत से कहा कि कश्मीर की स्थिति से ध्यान भटकाने के लिए भारतीय सेना एलओसी पर फायरिंग करती है। लेकिन जापानी राजदूत ने उनके इस कथन का कोई रिप्लाई नहीं दिया औऱ उन्होंने इस मुद्दे को नजरअंदाज करते हुए उत्तर कोरिया-अमेरिका के रिश्ते पर चर्चा की और अफगानिस्तान की स्थिति पर भी जवाब मांगा।
जापानी राजदूत द्वारा पूछे गए सवालों पर जंजुआ ने बताया कि प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने हाल ही में अफगानिस्तान की यात्री की और शांति वार्ता की पहल करने के लिए अफगानी राष्ट्रपति अशरफ घनी की तारीफ भी की। बता दें कि अफगानिस्तान के साथ रिश्ता भी पाकिस्तान का ठीक नहीं है। कई बार आतंकवाद को लेकर अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को लताड़ा है लेकिन पाकिस्तान अभी भी सुधरा नहीं है।