इरमा बुधवार को कैरेबियाई द्वीप बारबुडा से 297 स्पीड की रफ्तार से टकराया। यूएस के फ्लोरिडा स्टेट में इमरजेंसी लगा दी गई है। 166 साल में यह दूसरा मौका है, जब 15 दिन में अमेरिका में दो ताकतवर तूफान (हार्वे के बाद इरमा) आए हैं। इस तूफान में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
कैरेबियाई द्वीपों में हजारों लोग बेघर हो गए हैं। फ्रांस के इंटीरियर मिनिस्टर गेरार्ड कोलॉम्ब ने कहा कि राहत और बचाव कार्य शुरू किए जा चुके हैं। कोलॉम्ब ने कहा, ‘आईलैंड्स में 1 लाख फूड पैकेट्स भेजे गए हैं। इन इलाकों में कम्युनिकेशन करने में काफी मुश्किल आ रही है।’
‘इंटरनेशनल रेड क्रॉस’ की मानें तो करीब 12 लाख लोग अभी तक ‘इरमा’ से प्रभावित हो चुके हैं और यह आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 60 लाख तक पहुंच सकता है। एक संबंधित अधिकारी ने बताया कि इस तूफान की वजह से अमेरिकी वर्जिन द्वीपसमूह में कम से कम 4 लोगों की मौत हुई है। इस तूफान से सबसे ज्यादा डच कैरेबियाई द्वीप सेंट मार्टिन प्रभावित हुआ है। द्वीप पर करीब 400 भारतीय सपरिवार रहते हैं। वहीं एफईएमए के प्रमुख ब्रोक लांग ने कहा, ‘पूरे दक्षिण पूर्वी अमेरिका को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। यह वाकई विनाशकारी होगा।’ अमेरिका के वर्जिन आइलैंड में चार लोगों की मौत हो गई है।
इसके अलावा सेंट मार्टिन द्वीप में भी ‘इरमा’ तूफान से भारी नुकसान हुआ है। नीदरलैंड ने कहा है कि सेंट मार्टिन द्वीप के नीदरलैंड में पड़ने वाले हिस्से में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए हैं।
गौरतलब है कि इस तूफान से फ्लोरिडा की संतरे और कॉटन की फसल चौपट हो जाएगी। ब्राजील के बाद संतरे का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन यहीं होता है। क्रूज बिजनेस और इंश्योरेंस कंपनी के शेयर गिर गए हैं। फ्लोरिडा में इंश्योरेंस कंपनियों को 7 लाख करोड़ का क्लेम देना पड़ेगा। हालांकि, वेदर डिपार्टमेंट की चेतावनी के बाद पूरी फ्लोरिडा सिटी का बहुत बड़ा हिस्सा खाली कर दिया गया है।