अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों — फोर्डो, नतांज और इस्फहान, पर बीते दिन यानी शनिवार (21 जून) को किए गए बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स और क्रूज़ मिसाइल हमलों के बाद ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था (AEOI) ने रविवार को आधिकारिक बयान जारी किया है। संस्था ने साफ किया कि सभी न्यूक्लियर साइट्स सुरक्षित हैं और कहीं भी रेडिएशन रिसाव का कोई संकेत नहीं मिला है।
ईरान का बड़ा बयान: “हर कीमत पर जारी रहेगा परमाणु कार्यक्रम”
AEOI ने कहा, “हमारा परमाणु कार्यक्रम एक राष्ट्रीय औद्योगिक परियोजना है जिसे हर कीमत पर जारी रखा जाएगा। अमेरिका के हमले इसे बाधित नहीं कर सकते।” इस बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे का भी खंडन किया गया, जिसमें उन्होंने फोर्डो को “बर्बाद” बताया था।
रेडिएशन रिसाव की आशंकाएं खारिज
बमबारी के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में रेडिएशन लीक को लेकर जो चिंता पैदा हुई थी, उस पर भी विराम लगाते हुए AEOI ने स्पष्ट किया कि सभी केंद्र सुरक्षित हैं और कहीं भी रेडिएशन की पुष्टि नहीं हुई है। संस्था ने जनता से अपील की कि वे घबराएं नहीं, सभी सुविधाएं जांच के बाद सुरक्षित पाई गई हैं।
अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन का आरोप
AEOI ने हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए कहा कि कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। ईरान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अमेरिका की निंदा करने और शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के अधिकार की रक्षा के लिए वैश्विक समुदाय से समर्थन मांगा है।
ट्रंप का बयान: “हमले बेहद सफल रहे”
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमलों को “बेहद सफल” बताते हुए दावा किया कि फोर्डो जैसी सुरक्षा घेरे में स्थित साइट को भी ध्वस्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बी-2 बॉम्बर्स ने सटीक निशाना साधते हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया।