बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब वहां के चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल ओबैदुल हसन ने नवगठित अंतरिम सरकार से बिना परामर्श के आज सभी न्यायाधीशों की एक बैठक बुलाई थी। जिसका प्रदर्शनकारियों ने विरोध किया और आज सुप्रीम कोर्ट का घेराव किया और इस्तीफे की मांग पर अड़ गए। इस्तीफा देने के लिए एक घंटे की मोहलत दी गई थी।
‘डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधान न्यायाधीश ने उच्चतम न्यायालय परिसर में पत्रकारों को बताया कि उन्होंने बदलती परिस्थितियों के बीच देश भर में उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय और निचली अदालतों के न्यायाधीशों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस्तीफा देने का फैसला किया है। बता दें ओबैदुल हसन को पिछले वर्ष सुप्रीम कोर्ट का प्रमुख नियुक्त किया गया था और उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का वफादार माना जाता है।
मीडिया की खबरों के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के 5 अगस्त को इस्तीफे के बाद से बांग्लादेश के 52 जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों के उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई हैं। बांग्लादेश में एक महीने से अधिक समय तक चले विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 450 लोग मारे गए है। बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद अल्पसंख्यकों पर हिंसा की घटनाएं बढ़ गई है। अल्पसंख्यकों पर बढ़ रही हिंसक घटनाओं पर भारत सरकार ने चिंता जताई है और साथ ही बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रधानमंत्री से संपर्क साधा है और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।