एक दिव्यांग बुजुर्ग जिसके दोनों हाथ नहीं हैं वह ताबड़तोड़ फायरिंग भी कर सकता है, पूरे घर में लूटपाट मचा सकता है, सोना-चांदी लूट सकता है साथ ही लोगों को धमका सकता है। यह हम नहीं कह रहे हैं यह उत्तर प्रदेश पुलिस की एक एफआईआर कह रही है।
पुलिस ने जिसको डकैत, हत्यारा अपने एफआईआर रिपोर्ट में बनाया था उस आदमी के दोनों हाथ ही नहीं है। यह बात जब पुलिस को पता चली तो उनके पसीने छूट गए। पीड़ित परिवार पुलिस द्वारा की गई जाती की शिकायत एसएसपी से की है। परिवार इंसाफ की गुहार लगा रहा है। हालांकि पुलिस ने एफआईआर रद्द कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार जोगी नवादा चक महमूद की रहने वाली गुलफ्शा की उसके पति के साथ मारपीट हो गई थी। लड़ाई के बाद गुलफ्शा अपने मायके चली गई। इसी कहासुनी के बाद 25 जून को जोगी नवादा के रहने वाले गुलफ्शा के परिवार के छात्र मुश्ताक की बिलाल पक्ष के लोगों ने बड़ा बाईपास पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद गुलफ्शा पक्ष के शकील ने जोगी नवादा के रहने वाले गुड्डू, अकरम, गटे, नाजिम, अफसर हाजी, अफजाल, दिव्यांग वकीलउद्दीन के खिलाफ डकैती का मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोप लगाया गया था वकीलउद्दीन जोगी नवादा में शकील के घर में बंदूख लेकर सीधा घुस गया और फायरिंग करने लगा। उसने सोना चांदी लूट लिया, घर में पड़ा 70 हजार कैश भी चोरी कर लिया। शकील ने बड़ी मुश्किल से घर की दीवार फांद कर अपनी जान बचाई है। शकील के बच्चे घर पर मौजूद नहीं थे।
शकील की तहरीर पर सातों आरोपियों के खिलाफ बलवा, डकैती समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। अब पुलिस की विवेचना में सामने आया कि वकीलउदीन के दोनों हाथ ही नहीं है। ऐसे में उन्होंने फायरिंग लूटपाट कैसे की।
कटा हाथ लेकर वकीलउद्दीन थाने पहुंच गए हैं उन्होंने आरोप लगाया कि, यह सब कुछ मेरे साथ हुआ है। घर में पड़ा कैश और सोना चांदी लूट लिया है। पुलिस ने कोई मदद नहीं की है।