Madhya Pradesh में 4 आरोपियों को पकड़ने का श्रेय लेने के लिए दो जिलों की पुलिस का आपस में ही भिड़ने का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश के Satna में चैन स्नैचिंग के ईनामी आरोपी को पकड़ने का श्रेय लेने के लिए सतना और Panna जिले की पुलिस भिड़ गई और इसी बीच उनकी आपस की बहस के दौरान 4 में से 2 चोर भाग निकले। यह घटना यूपी के शामली के बाबरिया गैंग के सदस्यों को पकड़ने के दौरान हुई। पिछले दिनों इस गैंग ने रीवा, सतना और पन्ना में चैन स्नैचिंग की कई वरदात की है। आराेपियों का पता चलते ही उन्हें पकड़ने का श्रेय और ईनाम पाने के लिए पन्ना और सतना पुलिस आपस में भिड़ गई। दोनों जिलों की पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हो गई।
बाबरिया गैंग ने सतना में की थी चोरी
सतना जिलें में 5 सितंबर को 4 चैन स्नैचिंग की वरदातें हुई थीं। इन चोरियों पर सतना के एसपी धर्मवीर सिंह ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए थे। इन आरोपियों पर 10 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित कर दिया गया। 6 सितंबर को पन्ना में 2 चैन स्नैचिंग की घटनाएं हुईं। हुलिया के आधार पर जब पुलिस ने फुटेज चेक किए तो वही आरोपी निकले, जिन्होंने सतना में चोरी की वारदात की थी। आरोपी बहुत शातिर थे, इसलिए पन्ना एसपी धर्मराज मीणा ने भी कोतवाली टीआई अरुण सोनी के नेतृत्व में टीम गठित कर दी।
पन्ना पुलिस और सतना पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई
पन्ना पुलिस को सूचना मिली थी कि सतना में 5 सितंबर को चैन स्नैचिंग की वरदातें अंजाम देने वाले आरोपी सतना जिले के चित्रकूट से मझगंवा के रास्ते पहाड़ीखेरा होते हुए पन्ना आए हैं। सीसीटीवी से पता चला कि आरोपी चित्रकूट में हैं। इसी के पन्ना पुलिस चित्रकूट पहुंच गई। पुलिस को पता चला कि आरोपी पीली कोठी आश्रम के पास रुके हैं, तो वे उन्हेंं हिरासत में लेने पहुंची। पन्ना पुलिस आरोपियों को लेकर रवाना होने ही वाली थी कि सतना पुलिस वहां आ गई। उन्होंने अपना इलाका बताते हुए आरोपियों को अपने कब्जे में ले लिया। सतना पुलिस सादी वर्दी में थी, इस कारण पन्ना कोतवाली टीआई और देवेंद्र नगर थाना प्रभारी ने सतना पुलिस से बहस शुरू कर दी। पन्ना पुलिस और सतना पुलिस धक्कामुक्की भी हुई। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पन्ना पुलिस को पता चला कि सादी वर्दी में सतना पुलिस है तो मामला शांत हुआ।
पुलिस सिविल ड्रेस में थी इसलिए Confusion हो गया
सतना एसपी धर्मवीर यादव ने बताया कि सोमवार को सोमवती अमावस्या के कारण चित्रकूट में 5 से 7 लाख श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। इन आरोपियों की योजना चित्रकूठ के मेले में वरदात को अंजाम देने की थी। दोनों जिलों की पुलिस एक दूसरे के साथ कोआर्डिनेट कर रही थी। पुलिस के सिविल ड्रेस में रहने के कारण कन्फूशन हो गई। इसी के चलते 2 आरोपी भाग गए लेकिन बाद में एक को और पकड़ लिया गया है। वरदात में शामिल मोटरसाईकिल भी जब्त कर ली गई है।
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