हरियाणा में नायब सिंह सैनी 17 अक्टूबर को सीएम पद की शपथ लेंगे। किसान और पहलवान आंदोलन के बाद बीजेपी सरकार के खिलाफ बनी सत्ता विरोधी लहर को मात देते हुए बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। चुनावी परिणाम में बीजेपी को 48 और कांग्रेस को 37 और इनेलो 2 सीट पर सिमट गई। वहीं, अन्य उम्मीदवारों को 3 सीटें मिली हैं। बीजेपी ने लगातार तीसरी बार हरियाणा की सत्ता में वापसी की है।
बता दें, सीएम पद के लिए आयोजित कार्यक्रम का आयोजन पंचकुला में सुबह 10 बजे दशहरा ग्राउंड में होगा। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे और साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद होंगे।
जानें कौन हैं नायब सिंह सैनी?
- अंबाला के मिर्जापुर में 25 जनवरी 1970 को जन्मे नायब सिंह सैनी ने बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय और मेरठ के चरण सिंह विश्वविद्यालय से ग्रैजुएट और एलएलबी डिग्री ली है।
- साल 1996 से बीजेपी हरियाणा से जुड़े।
- बीजेपी में उन्हें पहला बड़ा पद 2002 में अंबाला में युवा विंग के जिला महासचिव के रूप में मिला।
- तीन साल बाद उन्हें 2005 में बीजेपी अंबाला युवा मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनाया।
- 2010 में नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।
- साल 2012 में नायब सैनी को पदोन्नति देकर अंबाला का जिला अध्यक्ष बनाया गया।
- साल 2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्होंने नारायणगढ़ से जीत हासिल की।
- मनोहर लाल खट्टर मंत्रिमंडल का हिस्सा बने और साल 2019 में नायब सैनी ने लोकसभा चुनाव लड़े और कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3.83 लाख से अधिक मतों के अंतर से शिकस्त दी।
- मार्च 2014 में उन्हें मनोहर लाल खट्टर की जगह सीएम बनाया गया था।
मनोहर लाल खट्टर के सत्ता विरोधी माहौल में बीजेपी पार्टी ने चुनाव से 200 दिन पहले ही नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया। नायब सिंह सैनी ने अग्निवीर नीति को अपने तरीके से साधा और कहा कि हरियाणा में अग्निवीरों को रोजगार दिया जाएगा और इसी तरह उन्होंने ग्रामीण इलाकों वोट बैंक को साधे रखा।