मध्यप्रदेश के सतना में एक व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली क्योंकि वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। मृतक के परिवार ने कहा कि वह अपनी बेटी का इलाज न करा पाने के चलते दुखी था। मृतक की बेटी दिव्यांग हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है।
मृतक की बेटी अनुष्का गुप्ता ने कहा कि उनके पिता प्रमोद ने उनके इलाज के लिए और परिवार चलाने के लिए अपना घर, अपनी दुकान बेच दी। दरअसल सड़क दुर्घटना में अनुष्का की रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी और तब से वह बिस्तर पर हैं।
परिवार का कहना है कि गैस सिलेंडर और खाने का खर्च उठाने के लिए प्रमोद ने समय-समय पर रक्तदान भी किया। अनुष्का का कहना है कि खून बेचने के बाद उनके पिता बीमार पड़ गए और पैसा नहीं कमा पा रहे थे। 17 वर्षीया अनुष्का पढ़ने में अच्छी हैं और बोर्ड परीक्षा में उसके प्रदर्शन के बाद उन्हें सम्मानित किया गया।
अनुष्का का कहना है कि न तो अधिकारियों ने और न ही परिवार ने उनकी कोई मदद की। अनुष्का ने बताया, “अधिकारियों ने हमें संबंधित योजनाओं के तहत सहायता का आश्वासन दिया था, लेकिन पिछले 1 साल में कुछ भी नहीं हुआ।”
अनुष्का ने बताया, “मेरे पिता ने हमारी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए अपना खून तक बेच दिया था। घर चलाने में असमर्थ होने के कारण वह उदास थे और इसलिए उन्होंने आत्महत्या कर ली।”
मिली जानकारी के मुताबिक प्रमोद गुप्ता सुबह चार बजे दुकान पर जाने के लिए घर से निकले थे। दो घंटे तक नहीं मिलने पर उनके परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई। उनका शव मंगलवार को सतना में रेलवे ट्रैक पर मिला था। सतना की पुलिस उपाधीक्षक ख्याति मिश्रा ने बताया, ”हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।”